बरेली : पीलीभीत बाघ अभयारण्य के उप निदेशक नवीन खंडेलवाल ने सोमवार को बताया कि बीसलपुर तहसील क्षेत्र के दियूरिया कलां गांव के निवासी कन्हाई (25), सोनू (25) और उनका साथी मोनू रविवार को मोटरसाइकिल से पुवायां थाना क्षेत्र के जलालपुर से वापस लौट रहे थे. पीलीभीत बाघ अभयारण्य क्षेत्र स्थित घुंघचाई-दियूरिया मार्ग पर एक बाघ ने अचानक तीनों पर हमला कर दिया.
उन्होंने बताया कि इस घटना में कन्हाई और सोनू की मौके पर ही मौत हो गई जबकि मोनू ने पेड़ पर चढ़कर अपनी जान बचाई. सोमवार सुबह घटना का पता लगने पर बड़ी संख्या में लोग मौके पर एकत्र हो गए. सूचना मिलने पर पुलिस तथा वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे.
पीलीभीत अभयारण्य के उप निदेशक नवीन खंडेलवाल ने सोमवार को कहा, बीसलपुर तहसील क्षेत्र के दियोरिया गांव निवासी कंधई (42), अपने भतीजे सोनू (22) और रिश्तेदार विकास उर्फ मोनू के साथ पुवायां तहसील क्षेत्र के गांव जलालपुर स्थित अपनी ससुराल गया था. तीनों रविवार देर शाम मोटरसाइकिल से घर लौट रहे थे. रात होने के कारण दियोरिया रेंज के टूटा पुल बैरियर पर तैनात वन कर्मियों ने उन्हें रास्ते में रोका और जंगली जानवरों के खतरे से आगाह करते हुए रास्ते पर आगे जाने से मना किया.
उन्होंने बताया कि मोटरसाइकिल सवार वनकर्मियों को चकमा देकर असुरक्षित क्षेत्र में दाखिल हो गए और टूटा पुल बैरियर से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर खनौत नदी पुल के पास सड़क किनारे झाड़ियों में घात लगाए बैठे बाघ ने उनपर हमला कर दिया. बाघ ने सोनू के सिर पर हमला किया जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. बाघ कंधई को घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर अंदर जंगल में ले गया और उसे भी मार डाला.