हुजूरनगर (तेलंगाना): बेटे की बदसलूकी से तंग आ चुके मां-बाप को लगा कि ऐसा बेटा हो या न हो, उसका कोई फायदा नहीं. जिसके बाद माता-पिता ने युवक के चाचा के साथ मिलकर भाड़े के हत्यारों को सुपारी दी और उसे मरवा (Parents Got Their Son Murdered) दिया. यह मामला सूर्यपेट जिले के पालकवीदु मंडल के शून्यम पहाड़ में 19 अक्टूबर को मूसी नदी में मिले अज्ञात शव के मामले की जांच के दौरान सामने आया. इस मामले की जानकारी हुजूरनगर के सीआई रामलिंगा रेड्डी ने सोमवार को दी.
खम्मम से क्षत्रिय राम सिंह और रानीबाई का एक बेटा साईनाथ (26) और एक बेटी है. रामसिंह सत्थुपल्ली के एक आवासीय कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर कार्यरत हैं. डिग्री के बीच में रुके साईनाथ को बुरी आदतों की लत लग गई. चार साल तक, उसने अपने माता-पिता को पैसों के लिए बेहद परेशान किया. इतना ही नहीं उसने हाल ही में अपनी सास के प्रति अनुचित व्यवहार भी किया. इन सब के चलते माता-पिता ने अपने बेटे को मारने का फैसला कर लिया.
उन्होंने यह बात रानीबाई के छोटे भाई सत्यनारायण सिंह को बताई, जो नलगोंडा जिले के मिर्यालगुड़ा में रहता है. इसके बाद सत्यनारायण ने धीरावत थांडा, मिर्यालागुड़ा मंडल के एक ऑटो चालक रामावत रवि से संपर्क किया, जिसे वह जानता था. रवि ने ही थांडा के पनुगुथु नागराजू, बुरुगु रामबाबू और त्रिपुराराम मंडल में राजेंद्रनगर के धनवत साईं को यह काम दिया और बदले में 8 लाख रुपये देने की बात कही.