No Confidence Motion : प्रधानमंत्री मोदी का राहुल पर तीखा प्रहार : कहा, कुछ लोग भारत माता की 'मृत्यु की कामना' कर रहे
अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर करारा प्रहार किया. मोदी ने कहा कि एक दिन पहले कुछ लोग यहां भारत माता की मृत्यु का कामना कर रहे थे.
प्रधानमंत्री मोदी
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Published : Aug 10, 2023, 7:32 PM IST
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Updated : Aug 10, 2023, 8:36 PM IST
नई दिल्ली : कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत माता पर की गई टिप्पणी पर तीखा प्रहार करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को लोकसभा में कहा कि 'कुछ लोग भारत माता की मृत्यु की कामना कर रहे हैं.'
लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का करीब सवा दो घंटे तक जवाब देते हुए प्रधानमंत्री ने टिप्पणी की 'कांग्रेस का इतिहास मां भारती को छिन्न-भिन्न करने का रहा है.
सरकार के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए बुधवार को राहुल गांधी ने मणिपुर में हाल में हुई हिंसा का उल्लेख करने के क्रम में 'भारत माता' का संदर्भ देते हुए टिप्पणी की थी जिसे बाद में सदन की कार्रवाई से निकाल दिया गया.
इसी टिप्पणी का जिक्र प्रधानमंत्री मोदी ने आज लोकसभा अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने के क्रम में किया. उन्होंने कहा, 'मां भारती के बारे में जो कहा गया है, उससे देश को ठेस पहुंची...क्या भाषा बोल रहे हैं? पता नहीं, कुछ लोग भारत मां की मृत्यु की कामना कर रहे हैं. ये लोग कभी लोकतंत्र की हत्या की बात करते हैं, संविधान की हत्या की बात करते हैं. जो इनके मन में है, वही उनके कृत्य में सामने आ जाता है.'
प्रधानमंत्री ने देश का विभाजन के लिए परोक्ष रूप से कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा, 'मां भारती के तीन-तीन टुकड़े कर दिए गए. जब मां भारती की जंजीरों को तोड़ना था तो इन लोगों ने मां भारती की भुजाएं काट दीं. ये लोग किस मुंह से ऐसा बोलने की हिम्मत करते हैं... तुष्टीकरण की राजनीति के चलते वंदे मातरम गीत के टुकड़े कर दिए.'
मोदी ने कांग्रेस और विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये लोग भारत तेरे टुकड़े होंगे, कहने वालों को बढ़ावा देने के लिए पहुंच जाते हैं...सिलीगुड़ी गलियारा को अलग करने का सपना देने वालों का समर्थन करते हैं.'
प्रधानमंत्री ने इस दौरान विपक्ष के नए गठबंधन 'इंडिया' को 'घमंडिया' गठबंधन करार दिया और कहा कि इसकी बारात में हर कोई दूल्हा बनना चाहता है, सबको प्रधानमंत्री बनना है लेकिन इनकी 'नई दुकान' पर भी कुछ दिनों में ताला लग जाएगा.
उन्होंने परोक्ष तौर पर गांधी परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, 'मैं विपक्ष के साथियों से कहना चाहता हूं कि आप जिसके पीछे चल रहे हैं, उसके अंदर तो इस देश की जुबान और संस्कार की समझ ही नहीं बची है. पीढ़ी दर पीढ़ी ये लोग लाल मिर्च और हरी मिर्च का फर्क ही नहीं समझ पाए हैं.'
मोदी ने विपक्ष से कहा कि आप लोग भारत के मिजाज को पहचानने वाले लोग हैं, भेष बदलकर धोखा देने वालों की हकीकत सामने आ ही जाती है जिन्हें सिर्फ नाम का सहारा है.
उन्होंने कहा कि तमिलनाडु सरकार के एक मंत्री ने दो दिन पहले कहा है कि इंडिया उनके लिए कोई मायने नहीं रखता, उनके मुताबिक तमिलनाडु तो भारत में है ही नहीं.
मोदी ने कहा, 'आज मैं गर्व से कहना चाहता हूं कि तमिलनाडु वो प्रदेश है जहां हमेशा देशभक्ति की धारा निकली है. जिस राज्य ने कामराज, एमजीआर, अब्दुल कलाम दिए लेकिन आज उस तमिलनाडु से इस प्रकार का स्वर..' नाम को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'नाम को लेकर यह चश्मा आज का नहीं. यह दशकों पुराना चश्मा है. इन्हें लगता है कि नाम बदलकर देश पर राज कर लेंगे.'
उन्होंने कहा, 'गरीब को चारों तरफ नाम तो नजर आता है उनका काम कहीं नजर नहीं आता.' उन्होंने नेहरू गांधी परिवार के परोक्ष संदर्भ में कहा कि अस्पतालों में नाम उनके हैं, इलाज नहीं है. शिक्षण संस्थाओं में नाम हैं और सड़कों, पार्कों, गरीब कल्याण की योजनाओं पर, खेल पुरस्कारों, संग्रहालयों में उनका नाम.
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'अपने नाम से योजाएं चलाईं, फिर उनमें हजारों करोड़ रुपये के घोटाले. और आम लोगों को काम के बदले सिर्फ परिवार का नाम मिला.'
कांग्रेस पर प्रहार जारी रखते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस की पहचान से जुड़ी कोई चीज उनकी अपनी नहीं है, चुनाव चिह्न से लेकर विचारों तक किसी और से लिया हुआ है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी के संस्थापक ए ओ ह्यूम थे और वह अंगेज थे. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने रातों रात 1920 में स्वतंत्रता संग्राम के ध्वज को हथिया लिया.
मोदी ने कांग्रेस एवं गांधी-नेहरू परिवार पर प्रहार जारी रखते हुए कहा कि इतना ही नहीं, मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए गांधी नाम भी अपना लिया. प्रधानमंत्री ने कहा, 'ये सारे उनके कारनामे, उनकी मनोवृत्ति को प्रतिबिंबित करता है. यह दिखाता है कि सब एक परिवार में केंद्रित हो गया है.'
पीएम मोदी ने कहा कि 'जरा उन लोगों से पूछें जो बाहर गए हैं, कच्चातिवु क्या है? और यह कहां स्थित है? डीएमके सरकार, उनके सीएम मुझे लिखते हैं - मोदी जी कच्चातिवु को वापस लाओ. यह एक द्वीप है लेकिन इसे दूसरे देश को किसने दिया.' क्या ये मां भारती का हिस्सा नहीं था? इंदिरा गांधी के नेतृत्व में हुआ.
पूर्वोत्तर में समस्याओं की जड़ कांग्रेस और उसकी राजनीति है. पीएम मोदी का कहना है कि उनकी सरकार ने पूर्वोत्तर को प्राथमिकता दी है, पिछले नौ वर्षों में क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों का हवाला दिया. मोदी ने कहा कि कांग्रेस शासन के दौरान मणिपुर में शाम होते ही मंदिर बंद हो जाते थे, पूजा करना असंभव था. पूर्ववर्ती कांग्रेस शासन के दौरान मणिपुर जातीय संघर्ष का शिकार हुआ था.
'होमवर्क करके तो आते' :मोदी ने कहा कि आपने अविश्वास प्रस्ताव लाने की योग्यता भी खो दी है. कमसे कम होमवर्क करके तो आना चाहिए. संसद देश के लिए सर्वोच्य सम्माननीय स्थान है. यहां के पल-पल का उपयोग देश के लिए होना चाहिए. चलो संसद हो आते हैं इस भावना से राजनीति तो हो सकती है लेकिन जनता जनार्दन के साथ विश्वासघात है. मोदी ने कहा कि आज का भारत न तो रुकता है न ही झुकता है. प्रधानमंत्री के जवाब के बाद लोकसभा ने सरकार के विरुद्ध लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को ध्वनिमत से खारिज कर दिया.