जयपुर :देश में किसानों की कमाई दोगुनी करने के लिए कवायद चल रही है. इसके तहत भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के सभी संस्थान काम कर रहे हैं. इस दिशा में सोलर फार्मिंग किसानों के लिए आय बढ़ाने का अच्छा स्रोत हो सकती है.
शुष्क क्षेत्रों में किसानों को पूरे साल कमाई करने का मौका मिले, इसको लेकर जोधपुर स्थित परिषद के संस्थान काजरी में किसानों को सोलर फार्मिंग के प्रति प्रेरित करने के उदृेश्य से काम चल रहा है. जिसके अब परिणाम सामने आए हैं. जिसके तहत अब खेतों में किसान बडे हिस्सों पर सोलर प्लेट लगाकर बनने वाली उर्जा को ग्रिड के माध्यम से सरकार को बेच सकते हैं.
खेत में सोलर प्लेट्स लग जाएंगी तो खेती कैसे होगी. काजरी संस्थान ने यह कर दिखाया है. सोलर प्लेट के नीचे का भाग जिसे बेकार मान कर छोड़ दिया जाता है, उसके लिए काजरी ने बताया है कि सोलर प्लेट के नीचे बची हुई जमीन पर कौन सी फसलें उगाई जा सकती है.
काजरी के निदेशक डॉ. ओपी यादव का कहना है कि तीन साल के अध्ययन से यह सामने आया है कि इन प्लेट के नीचे तीन फिट से छोटी ऊंचाई वाले पौधे लगाए जा सकते हैं. इसमें भी ज्यादातर नकदी फसल के रूप में सब्जियां बोई जा सकती हैं, जो किसानों को सालभर आर्थिक मदद कर सकती हैं.
काजरी ने बनाया सोलर फार्म
काजरी में इसके लिए एक एकड़ जमीन को चिन्हित किया गया. वहां सोलर प्लेटें लगाई गईं. संस्थान के निदेशक डॉ. ओपी यादव का कहना है कि जमीन से किसान एक ही बार में बिजली पैदा कर सकें और फसल भी ले सकें, इसी उद्देश्य से इस दिशा में काम किया गया है.