अलवर :जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ चल रही थी. वहीं, मुठभेड़ स्थल पर जाने के दौरान सैन्य वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने से राजस्थान के अलवर और दौसा के तीन जवान शहीद (Kashmir Alwar soldier martyred) हो गए. शहीद हुए अलवर के जवान रामअवतार का पार्थिव शरीर शनिवार को उसके पैतृक गांव पहुंचेगा. वहीं, रामअवतार के परिवार के लोगों ने हालात को देखते हुए अब तक इस बारे में घर की महिलाओं को नहीं बताया है.
जानकारी के मुताबिक, अलवर के कोटकासिम लालपुर गांव के रहने वाले राम अवतार सेना में हवलदार हैं. वह अपने साथियों के साथ कश्मीर में ड्यूटी पर तैनात थे. गुरुवार को शोपियां में मुठभेड़ स्थल पर जाते वक्त सेना की एक गाड़ी पलट गई थी. हादसे में रामअवतार और दौसा के पवन सिंह गुर्जर समेत तीन जवानों की मौत हो गई. जबकि अन्य पांच जवान घायल हो गए. अधिकारियों ने शहीद जवानों के परिजनों को इसकी खबर दे दी. लेकिन रामअवतार के परिजनों ने अब तक इस बात को घर की महिलाओं से छुपाए रखा है.
घर की महिलाओं को नहीं दी शहादत की खबर :गुरुवार को जवान के शहीद होने की खबर जब आर्मी हेडक्वार्टर से परिजनों को दी गई तो उनपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा. घर के पुरुषों ने किसी तरह अपने आप को संभाला, लेकिन स्थिति को देखते हुए महिलाओं को अभी इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी. घर में सभी सामान्य रूप से कामकाज कर रहे हैं. वहीं, रामअवतार की शहादत की खबर के बारे में सुनकर उनसे मिलने आने वालों को भी घर से दूर गांव में ही दूसरी जगह ठहरा रहे हैं, ताकि घर की महिलाओं को कुछ पता न चल सके, अन्यथा उन्हें संभालना मुश्किल होगा.