नई दिल्ली :गुरुवार को आम आदमी पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि कल मैंने इसे लेकर सवाल किया था कि भाजपा के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय और रविमोहन तिवारी के बीच क्या सम्बंध है. संजय सिंह ने गुरुवार को इसका जवाब देते हुए कहा कि दरअसल, भाजपा के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के समधी का साला है रविमोहन तिवारी. संजय सिंह ने आज इस मामले में एक और खुलासा किया.
'चंपत राय करते रहे हैं मुझसे सवाल'
संजय सिंह ने कहा कि भाजपा नेता और चंपत राय मुझसे सवाल करते रहे हैं कि उस जमीन के आस-पास की जमीनों की कीमत बताइए, लेकिन उन्हें पता है कि जो जमीन साढ़े 18 करोड़ की खरीदी गई है, उसके ठीक बगल की जमीन 8 करोड़ में खरीदी गई है और यह खरीद भी चंपत राय ने ही की है. इससे जुड़ी विस्तृत जानकारी देते हुए संजय सिंह ने बताया कि दोनों जमीनें आस-पास की हैं, लेकिन कीमत में बड़ा अंतर देखा जा सकता है.
संजय सिंह ने कहा कि सात जून को मेयर ऋषिकेश उपाध्याय के भतीजे दीप नारायण उपाध्याय के नाम पर 1 करोड़ 90 लाख की जमीन खरीदी गई है और इसमें भी गवाह रविमोहन तिवारी ही हैं. संजय सिंह ने मांग की कि ऋषिकेश उपाध्याय और उनके भतीजे के खाते की जांच की जाए कि उनके पास कहां से इतने पैसे आए. उनके आय के स्रोतों की भी जांच होनी चाहिए. संजय सिंह ने कहा कि 18 मार्च 2021 की तारीख काले अक्षरों में दर्ज की जाएगी.
'भाजपा का नारा है, सुल्तान अंसारी हमारा है'
संजय सिंह ने कहा कि आज भाजपा का नारा है, सुल्तान अंसारी हमारा है. सुल्तान अंसारी के पीछे आज भाजपा के सभी नेता छुपे हुए हैं. संजय सिंह ने यह भी सवाल किया कि पांच करोड़ से ज्यादा की खरीद पर रजिस्ट्री विभाग इनकम टैक्स विभाग को सूचित करता है. इस मामले में ऐसा क्यों नहीं हुआ. इसे लेकर जगद्गुरु शंकराचार्य, स्वामी स्वरूपानंद, रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी और निर्मोही अखाड़ा द्वारा उठाए जा रहे सवालों का भी संजय सिंह ने जिक्र किया और पूछा कि क्या ये सब प्रभु श्रीराम के खिलाफ हैं.