नई दिल्ली :सिकंदराबाद में सोमवार की रात एक पांच मंजिला इमारत के ग्राउंड फ्लोर में भीषण आग (Fire in Hotel in Secunderabad) लगने की घटना में 8 पर्यटकों की दम घुटने से मौत हो गई है. शहर के रूबी लॉज में ठहरे 8 पर्यटकों की दम घुटने से मौत हो गई. इस घटना में 3 की मौके पर ही मौत हो गई जबकि पांच अन्य ने अस्पताल में दम तोड़ दिया. मरने वालों में सात पुरुष और एक महिला शामिल हैं. इस घटना में 10 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. इसके पहले उत्तर प्रदेश के लखनऊ के लेवाना होटल में लगी आग में 4 लोगों की मौत हो गयी थी. इस मामले में योगी आदित्यनाथ सरकार ने 5 सितंबर को लखनऊ में लेवाना सूट होटल में आग लगने की घटना में कथित ढिलाई बरतने के आरोप में 15 अधिकारियों को निलंबित कर दिया था.
बताया जा रहा है कि होटल प्रबंधन की लापरवाही से इधर कुछ सालों में कई बड़ी घटनाएं हुयीं हैं, जिनसे होटलों में ठहरने वाले लोगों की जान गयी है. आइए डालते हैं देश में हुयी कुछ बड़ी घटनाओं पर नजर....
12 सितंबर 2022- हैदराबाद: सिकंदराबाद के एक होटल में आग लगने से आठ लोगों की मौत हो गई
05 सितंबर 2022- लखनऊ लेवाना होटल में आग में 4 लोगों की मौत, 10 अन्य अस्पताल में भर्ती
11 अगस्त 2022- गुजरात के जामनगर 36 कमरों वाले अलेंटो होटल में भीषण आग, 25 लोग होटल के अंदर फंसे
12 फरवरी 2019- नई दिल्ली के करोल बाग के होटल में आग, 17 लोगों की मौत
19 जून 2018 - लखनऊ के चारबाग इलाके में स्थित विराट होटल में भीषण आग, 5 लोगों की मौत, 5 अन्य घायल
10 जनवरी 2017- हैदराबाद के होटल कटरिया में आग, 150 लोग फंसे
18 अप्रैल 2006 हैदराबाद के होटल लैंडमार्क के किचन में भीषण आग, एक कर्मचारी झुलसा
होटल में आग लगने पर क्या करें कमरा लेते समय क्या करें (Safety Tips For Fire Accidents in Hotels)
कहा जता है कि होटलों या बंद जगहों पर आग की घटनाओं में कुछ लोग जलकर मरते हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से होती है. ऐसी स्थिति में कुछ बातों का ध्यान दिया जा सकता है, जिससे हम अपनी जान बचा सकते हैं....
- आपातकालीन व्यवस्थाओं व दरवाजे का पता लगाएं.
- निकटतम फायर अलार्म की जानकारी लें.
- लिफ्ट के अलावा बाहर निकलने के रास्ते का पता करें.
- कमरे के अंदर अग्निशमन वाले उपकरणों के चेक कर लें और उपयोग के बारे में जान लें.
- कमरे के अंदर बताए गए आपातकालीन निर्देश जरुर पढ़ें.
- फायर अलार्म बजते ही कमरा खाली कर दें.
- रिसेप्शन को फोन करने वा जानकारी लेने में समय नष्ट न करें.
- जितनी जल्दी हो सके बाहर निकल जाएं.
- अगर कमरे व गलियारे में धुंआ है जमीन पर रेंग कर निकलें.
- अगर सारे निकास द्वार बंद हों तो होटल को फोन करें और अन्य मदद मांगें.
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कमरे में आग लग जाए तो क्या करें
- अगर कमरे का दरवाजा गर्म हो और बाहर आग हो तो दरवाजा न खोलें.
- पहले अपने को कमरे में सुरक्षित करें और कोशिश करें कि आग अंदर न आए.
- आग के धुएं से बचने के लिए तौलिये, चादरें या अन्य कपड़े की वस्तुओं को गीला करें और उन्हें दरवाजों के चारों ओर रख दें. इससे कमरे में धुंआ नहीं भरेगा.
- रुम के अंदर मौजूद बॉथटब को भरें और दरवाजों के आसपास तौलिये को गीला रखने के लिए बर्फ का इस्तेमाल करें.
- खुली या टूटी हुई खिड़कियां आग को अंदर की ओर खींचती हैं. इसलिए जब तक आपके कमरे का धुंआ जरूरत से ज्यादा न भरा हो, तब तक खिड़कियां न खोलें.
- जरुरत हो तो आग का संकेत देने के लिए खिड़की के बाहर कोई सिग्नल देने वाला कार्य करें.
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