बांसवाड़ा में बारिश से भारी तबाही बांसवाड़ा.राजस्थान के बांसवाड़ा में भारी बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है. पिछले36 घंटे में 16 इंच तक बारिश हुई है, जिसके चलते अलग-अलग हादसों में बांसवाड़ा में अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि आनंदपुरी क्षेत्र में 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर उन्हें सुरक्षित सरकारी स्कूल में ठहराया गया है. वहीं, जिले भर में एसडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं. जहां से भी सूचना मिल रही है, वहां मौके पर पहुंच कर बचाव और राहत कार्य किए जा रहे हैं. सज्जनगढ़ क्षेत्र में बीते 24 घंटे से फंसे हुए एक किसान को रविवार को रेस्क्यू कर निकाला गया.
दरअसल, दक्षिणी राजस्थान के आदिवासी बाहुल्य बांसवाड़ा जिले में बीते तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है. रविवार को थोड़ी बहुत बारिश से राहत मिली, लेकिन कई जगह 2 इंच या इससे भी ज्यादा बारिश हुई. वहीं, अब एक के बाद एक हादसे नजर आने लगे हैं. आनंदपुरी थाना अधिकारी कपिल पाटीदार ने बताया कि उनके क्षेत्र में बड़ा गांव है जो पहाड़ी क्षेत्र में बसा हुआ है. माही डैम से निकला पानी धीरे-धीरे जैसे शनिवार रात में अनास के जरिए आगे बढ़ा तो पूरा क्षेत्र बाढ़ में तब्दील हो गया. ऐसे में अलग-अलग टापू और ढाणियों में बसे हुए 100 से ज्यादा लोगों को रात से लेकर रविवार सुबह तक रेस्क्यू किया गया.
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पाटीदार ने बताया कि इसके लिए एएसआई लोकेंद्र सिंह, मोहनलाल, चालक भरत पाटीदार व स्टाफ के अन्य लोगों ने नाव चलाई. लोगों की भी मदद ली और 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर स्थानीय सरकारी स्कूल में रुकवाया गया है, जहां पर उनकी अन्य व्यवस्थाएं भी की जा रही हैं. इसके साथी उन्होंने बताया कि क्षेत्र में एक 10 वर्षीय बच्ची शिल्पा पुत्री श्याम पटेल की पानी में डूबने से मौत हो गई.
शाम में बह गया, सुबह मुश्किल से ढूंढ कर निकाला : बांसवाड़ा शहर से कुछ किलोमीटर दूर स्थित भंवरखेड़ा गांव में शनिवार शाम को एक व्यक्ति नदी में बह गया. 40 वर्षीय देवला पुत्र विठला जरूरी काम से नदी किनारे गया था. इसी दौरान भारी बारिश के चलते पर फिसला और नदी में गिर गया. उन्होंने काफी प्रयास किया, लेकिन पानी का बहाव तेज था और उन्हें बहा कर ले गया. आसपास के लोगों ने ढूंढने का काफी प्रयास किया, लेकिन अंधेरा हो जाने के कारण ढूंढा नहीं जा सका. रविवार सुबह फिर से तलाश शुरू की और जहां डूबे थे, वहां से करीब 100 मीटर दूर एक झाड़ी में फंसी हुई डेड बॉडी मिली. इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करा कर डेड बॉडी परिजनों को सौंप दी है.
अलग-अलग हादसों में तीन की मौत : जिले के कुशलगढ़ थाना क्षेत्र में एक सरपंच सहित तीन लोगों की मौत हो गई. थानाधिकारी रोहित कुमार ने बताया कि भंवरकोट गांव में अमर सिंह पुत्र चल सिंह डामोर रात्रि में नाले में बह गया था. जब एक 50 वर्षीय व्यक्ति कल्ला पुत्र नाथू कटारा किराने की दुकान से सामान लेकर जा रहा था, पुल पर ज्यादा पानी होने के कारण बह गया और उसकी मौत हो गई. तीसरा हादसा नानी का सात गांव में हुआ, जहां सरपंच महेश गरासिया की नदी में गिरने से मौत हो गई.
24 घंटे बाद रेस्क्यू किया गया : सज्जनगढ़ क्षेत्र के कुमपुरा गांव में एक किसान राम सिंह पुत्र भूरा अपने खेत में काम करने के लिए गया था. वह नदी पार करके चला तो गया, लेकिन जब रात्रि में खेत से लौटा तो नदी तूफान पर थी. इसके बाद गांव से प्रशासन और प्रशासन से एसडीआरएफ को सूचना मिली, तब रविवार शाम में रेस्क्यू कर उसे निकाला गया है.
36 घंटे में बागीदौरा में 16 इंच बारिश : जिले में लगातार बारिश हो रही है. बीते 36 घंटे में सर्वाधिक बारिश 394 एमएम यानी 15.76 इंच बागीदौरा में रिकॉर्ड की गई है. वहीं, बांसवाड़ा में 248, केसरपुरा में 266, दानपुर में 160, घाटोल में 242, भूंगड़ा में 265, जगपुरा में 130, गढ़ी में 110, लोहारिया 60, अरथुना 89, शेरगढ़ 307, सल्लोपाट 303, कुशलगढ़ 209 और सज्जनगढ़ 291 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है. इधर, माही बजाज सागर, कागदी और सुरवानिया बांध के गेट खोलकर पानी की निकासी लगातार जारी है.