IICC Inauguration : पीएम मोदी ने यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्धाटन किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दिल्ली के द्वारका में 'इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर का पहला चरण राष्ट्र को समर्पित करेंगे. यह विश्व स्तरीय एक्सपो सेंटर है. इस कार्यक्रम को लेकर दिल्ली पुलिस ने यातायात अलर्ट जारी किया है. पढ़ें पूरी खबर...
इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन और एक्सपो सेंटर की प्रतिकात्मक तस्वीर
पीएम मोदी ने यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्धाटन किया
नई दिल्ली :प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में 'पीएम विश्वकर्मा' का उद्घाटन किया. इस कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने 'पीएम विश्वकर्मा' का प्रतीक, टैगलाइन और पोर्टल भी लॉन्च किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका में इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर में 'पीएम विश्वकर्मा' योजना के शुभारंभ के दौरान विभिन्न कलाकारों और शिल्पकारों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र वितरित किए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज विश्वकर्मा जयंती है. यह दिन देश के कारीगरों और शिल्पकारों को समर्पित है. मैं विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर देश के लोगों को शुभकामनाएं देना चाहता हूं. मुझे खुशी है कि आज, मुझे हमारे विश्वकर्मा सदस्यों से जुड़ने का अवसर मिला... 'पीएम विश्वकर्मा' योजना आज शुरू की गई है जो कलाकारों और शिल्पकारों के लिए आशा की किरण बनकर उभरेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज समय की मांग है कि हम अपने विश्वकर्मा साझेदारों को पहचानें. उन्हें हर संभव तरीके से समर्थन दें. हमारी सरकार हमारे विश्वकर्मा साझेदारों के विकास के लिए काम कर रही है. इस योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार 'पीएम विश्वकर्मा' योजना पर 13,000 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है.
पीएम विश्वकर्मा योजना के शुभारंभ पर पीएम मोदी ने कहा कि आज देश को इंटरनेशनल एग्जीबिशन सेंटर यशोभूमि मिल गया है. जिस तरह का काम यहां हुआ है, वो मेरे विश्वकर्मा भाइयों की तपस्या को प्रदर्शित करता है. मैं देश के हर विश्वकर्मा को ये सेंटर देने की घोषणा करता हूं. यह विश्वकर्माओं के लिए मददगार होने वाला है.
पीएम मोदी ने यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन किया
उन्होंने कहा कि भारतीय कला और हस्तशिल्प को वैश्विक स्तर तक पहुंचाने के लिए यह एक जीवंत केंद्र होगा. स्थानीय उत्पादों को वैश्विक बनाने में यह बहुत बड़ी भूमिका निभाएगा...जिस तरह से रीढ़ की हड्डी है हमारे शरीर के लिए आवश्यक हैं, और हमारे विश्वकर्मा समाज के लिए आवश्यक हैं... उनके बिना रोजमर्रा की जिंदगी अकल्पनीय है.
पीएम मोदी ने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में कारीगरों के साथ बातचीत की
इससे पहले आज पीएम मोदी ने द्वारका में अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) के पहले चरण का उद्घाटन किया. जिसका नाम यशोभोमी है. विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका में 'यशोभूमि' कहे जाने वाले इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) के पहले चरण को राष्ट्र को समर्पित किया. इससे पहले प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर, द्वारका में एक नई योजना 'पीएम विश्वकर्मा' शुरू करने से पहले भगवान विश्वकर्मा को पुष्पांजलि अर्पित की. उन्होंने यहां फुटवियर उद्योग से जुड़े कारीगरों और शिल्पकारों से भी मुलाकात की.
पीएम मोदी ने दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो लाइन का उद्घाटन किया, मेट्रो की सवारी भी की
इससे पहले उन्होंने द्वारका सेक्टर 21 से दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन का विस्तार का भी उद्धाटन किया. उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने दिल्ली मेट्रो के कर्मचारियों के साथ बातचीत की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्वारका सेक्टर 21 से नए मेट्रो स्टेशन 'यशोभूमि द्वारका सेक्टर 25' तक दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार का उद्घाटन करने से पहले दिल्ली मेट्रो में यात्रा की.
दिल्ली मेट्रो भी हवाई अड्डे के एक्सप्रेस लाइन पर मेट्रो ट्रेनों की परिचालन गति को 90 से 120 किमी/घंटा तक बढ़ाने वाला है. इससे यात्रा में लगने वाला समय और कम हो जायेगा. नई दिल्ली से यशोबूमि द्वारका सेक्टर 25 तक की कुल यात्रा में लगभग 21 मिनट लगेंगे.
इसके साथ ही 'विश्वकर्मा जयंती' के उपलक्ष्य में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी आज पारंपरिक कारीगरों के लाभ के लिए 'पीएम विश्वकर्मा' योजना शुरू की. पीएमओ की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों के समर्थन और उत्थान के लिए पीएम मोदी की दृढ़ प्रतिबद्धता को दर्शाती है.
77वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए, पीएम मोदी ने घोषणा की थी कि सरकार जल्द ही पारंपरिक शिल्प कौशल में कुशल व्यक्तियों के लिए एक योजना शुरू करेगी. उनका दृष्टिकोण वित्तीय सहायता प्रदान करने से कहीं आगे तक फैला हुआ है. विज्ञप्ति में कहा गया है कि इसका उद्देश्य सदियों पुरानी परंपराओं, संस्कृति और स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प में सन्निहित समृद्ध विरासत को संरक्षित करना है.
प्रधानमंत्री का पारंपरिक शिल्प में लगे लोगों को सहायता प्रदान करने पर निरंतर ध्यान केन्द्रित रहा है. यह फोकस न केवल कारीगरों और शिल्पकारों को आर्थिक रूप से सहायता प्रदान करने बल्कि स्थानीय उत्पादों, कला और शिल्प के माध्यम से सदियों पुरानी परंपरा, संस्कृति और विविध विरासत को जीवित और समृद्ध बनाए रखने की इच्छा से भी प्रेरित है.
पीएमओ की ओर जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पीएम विश्वकर्मा को 13,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ केंद्र सरकार पूरी तरह से वित्त पोषित करेगी. इस योजना के तहत, बायोमेट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग करके सामान्य सेवा केंद्रों के माध्यम से विश्वकर्माओं का निःशुल्क पंजीकरण किया जाएगा. उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान-पत्र, मूलभूत और उन्नत प्रशिक्षण से जुड़े कौशल उन्नयन, 15,000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक संपार्श्विक-मुक्त ऋण सहायता, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी.
इस योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा या अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले विश्वकर्माओं द्वारा पारंपरिक कौशल के परिवार-आधारित प्रथा को सुदृढ़ बनाना और पोषित करना है. पीएम विश्वकर्मा का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत हों.