नई दिल्ली : लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बुधवार को कहा कि यह प्रयास किया जाएगा कि आजादी के 75 साल पूरा होने के मौके पर अगले वर्ष 15 अगस्त से पहले नये संसद भवन का निर्माण पूरा हो जाए.
बिरला ने मॉनसून सत्र के लिए लोकसभा की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यह टिप्पणी की.
उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा, 'हम कोशिश करेंगे कि (अगले साल) 15 अगस्त से पहले नये भवन का निर्माण हो जाए और हम संसद के नये भवन में आजादी का यह पर्व मनाएं.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में संसद के नये भवन का भूमि पूजन किया था. नये संसद भवन के निर्माण पर कुल 971 करोड़ रुपये खर्च हो सकते हैं.
सेंट्रल विस्टा मॉडर्नाइजेशन
कोविड-19 के दौरान जिसमें शारीरिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) रखने का आह्वान किया गया था, उसमें मानसून सत्र के संचालन में जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा, देश के लोग उसके गवाह रहे हैं. सत्र के संचालन के लिए जगह की कमी पूरे देश के सामने स्पष्ट नजर आई थी. इस पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद के नए भवन के लिए सेंट्रल विस्टा मॉडर्नाइजेशन परियोजना के तहत 10 दिसंबर 2020 को इसकी आधारशिला रखी.
100 वर्षों की जरूरतों के लिए पर्याप्त
सर्वोच्च न्यायालय ने शुरू में केंद्र सरकार को निर्देश दिया कि वह इस मुद्दे पर उसके अंतिम फैसले के आधार पर ही परियोजना को निष्पादित करे. हालांकि, पीठ ने बाद में इस परियोजना पर की गई आपत्तियों को खारिज करते हुए बहुमत से इसके पक्ष में फैसला दिया. यह पूरे देश के लोगों के लिए गर्व की बात है कि अगले 100 वर्षों की जरूरतों को को पूरा करने के लिए एक भव्य संरचना का निर्माण अगले वर्ष तक हकीकत में बदलने जा रहा है.