दिल्ली

delhi

Khargone Violence: हिंसा के मास्टर माइंड गिरफ्तार, भीड़ को उकसाने का लगा आरोप, एक अन्य भी दबोचा

By

Published : May 8, 2022, 10:18 PM IST

खरगोन में दस अप्रैल को हुई हिंसा में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें दो मुख्य और एक हिंसा का आरोपी है. आरोपियों की धरपकड़ के लिए प्रदेश पुलिस की कार्रवाई अभी भी जारी है.

khargone violence main accused arrested
खरगोन हिंसा के मुख्य आरोपी गिरफ्तार

खरगोन।रामनवमी पर खरगोन हिंसा मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों की दंगा भड़काने में अहम भूमिका रही है. एएसपी अंकित जयसवाल ने बताया कि इनके अलावा एक अन्य आरोपी कैफ को भी दबोचा है, जिसने दंगे के दौरान मुख्य भूमिका निभाई थी. पुलिस ने अब तक 72 प्रकरण में 184 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. (khargone violence)

प्रदेश पुलिस की धरपकड़ जारीः दंगे के आरोपियों की धरपकड़ के लिए लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में रविवार को पुलिस ने इकबाल बाली को इंदौर से और अफजल डिजायर को जावरा से पकड़ा है. इसके अलावा एक अन्य आरोपी कैफ को करावद से गिरफ्तार किया है. अफजल पर भीड़ को मोटिवेट करने और इकबाल पर आनंद नगर में हिंसा भड़काने का आरोप है. वहीं कैफ दंगे की गतिविधी में संल्पित पाया गया था. (khargone violence main accused arrested)

इन आरोपियों की अभी भी तलाशःएएसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि दंगे के मुख्य आरोपी अफजल और इकबाल को जेल भेज दिया गया है. वहीं कैफ से पूछताछ जारी है. दंगे के इन फरार आरोपियों पर दस-दस हजार रुपये का इनाम भी घोषित था. खरगोन हिंसा को लेकर प्रदेश पुलिस अभी भी कार्रवाई कर रही है. काफी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि आनंद नगर में भीड़ में तलवार चलाने वाले आरोपी इमरान की पुलिस को अभी तलाश है. इसी दौरान एसपी सिद्धार्थ चौधरी को वसीम उर्फ मोहसिन ने गोली मारी थी. एसपी अंकित जायसवाल ने बताया कि शेष आरोपियों को भी जल्द पकड़ा जाएगा. उन्होंने बताया कि इकबाल बाली पर पहले से 2 मामले दर्ज हैं. जबकि अफजल डिजायर के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं है. (ramnavmi procession khargone)

क्या था खरगोन हिंसाः दरअसल, बीती 10 अप्रैल को खरगोन में रामनवमी की शोभायात्रा के दौरान हुए दो समूहों के बीच पथराव और आगजनी हो गई. कुछ ही मिनटों में, उत्सव एक भयावह परिदृश्य में बदल गया था. रामनवमी उत्सव के दौरान खरगोन में हुए दंगों के जवाब में, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नुकसान की जांच करने और दंगाइयों से मुआवजे की मांग के लिए एक न्यायाधिकरण की स्थापना की घोषणा की. इसके बाद शिवराज सिंह चौहान सरकार ने हिंसा में शामिल लोगों से नुकसान की वसूली के लिए दो सदस्यीय न्यायाधिकरण का गठन किया था. इसके अध्यक्ष सेवानिवृत्त जिला न्यायाधीश डॉ. शिवकुमार मिश्रा और राज्य सरकार के सेवानिवृत्त सचिव प्रभात पाराशर सदस्य बनाए गए.

ABOUT THE AUTHOR

...view details