पटना : बिहार विधानसभा चुनाव के बाद बनने वाली एनडीए की नई सरकार में इस बार एक महिला उपमुख्यमंत्री भी होंगी. बेतिया से 4 बार विधायक रह चुकीं बीजेपी की रेणु देवी के नाम पर डिप्टी सीएम की मुहर लगी है. अब नई जिम्मेदारी के साथ वो डिप्टी सीएम पद की शपथ लेने के बाद कार्यभार संभालेंगी.
जानिए कौन हैं पहली महिला डिप्टी सीएम रेणु देवी-
बेतिया से भाजपा विधायक रेणु देवी ने अपना राजनीतिक सफर दुर्गावाहिनी से शुरू किया. वो बेतिया शहर की रहने वाली हैं. उन्होंने इंटरमीडिएट तक शिक्षा ग्रहण की है. रेणु देवी नोनिया समाज से ताल्लुक रखती हैं. वो हिन्दी, अंग्रेजी, भोजपुरी और बंगला भाषा की भी जानकार हैं. रेणु देवी बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ अभियान के तहत सदस्य के रूप में कार्य कर रही हैं.
- 1 नवंबर 1959 में हुआ जन्म
रेणु देवी का जन्म 1 नवंबर 1959 को हुआ था. बचपन से ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी रहीं. 1981 में सामाजिक जीवन में पदार्पण हुआ. चंपारण और उत्तर बिहार को कार्यक्षेत्र बनाकर स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हक की लड़ाई शुरू की. 1988 में भाजपा दुर्गावाहिनी की जिला संयोजक बनीं. 1989 में भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गईं. - राम मंदिर आंदोलन में रही भुमिका
रेणु देवी ने राम मंदिर आंदोलन में करीब 500 महिला कार्यकर्ताओं के साथ गिरफ्तारी दी थी. 1990 में तिरहुत प्रमंडल में महिला मोर्चा की प्रभारी बनीं. 1991 में प्रदेश महिला मोर्चा की महामंत्री बनीं. 1992 में जम्मू-कश्मीर तिरंगा यात्रा में शामिल हुईं. 1993 भाजपा बिहार प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष चुनी गईं. 1996 में फिर महिला मोर्चा की अध्यक्ष बनीं. 2014 में भाजपा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चुनी गईं. - पहली बार 1995 में बनी विधायक
रेणु देवी पहली बार 1995 में नौतन विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ीं. 2000 में बेतिया विधानसभा सीट से चुनाव लड़ीं और जीतीं. 2005 फरवरी व नवंबर में बेतिया से फिर विधायक बनीं. 2007 में बिहार की कला संस्कृति मंत्री बनीं. 2010 में भी विधायक बनीं. 2015 में कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी से चुनाव हार गईं. 2020 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के टिकट पर बेतिया से कांग्रेस के मदन मोहन तिवारी को हरा दिया.
संक्षिप्त परिचयः-
नाम- रेणु देवी