दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

Kerala News: पश्चिम बंगाल के मजदूर ने केरल में जीती 75 लाख रुपये की लॉटरी, सुरक्षा के लिए पहुंच गया पुलिस स्टेशन

केरल में पश्चिम बंगाल से आए एक प्रवासी मजदूर को 75 लाख रुपये की लॉटरी लगी है. लॉटरी जीतने के बाद यह मजदूर अपनी और लॉटरी की सुरक्षा के लिए सीधे पुलिस स्टेशन जा पहुंचा. उसे डर था कि कहीं उससे यह टिकट कोई चुरा न ले.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Mar 17, 2023, 7:13 PM IST

मजदूर ने केरल में जीती 75 लाख रुपये की लॉटरी

कोच्चि: पश्चिम बंगाल के एक प्रवासी मजदूर ने केरल में 75 लाख रुपये की लॉटरी जीतने के बाद थाने में शरण मांगी. पश्चिम बंगाल के मूल निवासी एसके बडेस ने मंगलवार को निकाली गई केरल राज्य सरकार की स्त्री-शक्ति लॉटरी में पहला पुरस्कार जीता. जब उन्हें नतीजों का पता चला तो बडे मुवातुपुझा पुलिस स्टेशन पहुंचे और पुलिस से सुरक्षा मांगी. वह यह जानकर चौंक गया कि उसने लॉटरी जीती है. बडेस को इस बात का भी डर था कि कोई इतनी बड़ी रकम का टिकट चुरा लेगा.

उसने पुलिस से उसे और लॉटरी टिकट को बचाने की गुहार लगाई. ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने बडेस को शांत किया और कहा कि टिकट संभालकर रख लो और पैसे निकालने के लिए बैंक को सौंप दो. पुलिस के सांत्वना भरे शब्दों को सुनकर उसे राहत मिली कि जब तक वे घर नहीं लौटते, तब तक वे मुवत्तुपुझा में सुरक्षित रहेंगे. प्रक्रिया पूरी होने और पैसा मिलने के बाद यह प्रवासी मजदूर घर लौटने के लिए खुश है. सड़क बनाने का काम करने वाले बडेस ने एर्नाकुलम जिले के चोट्टानिकारा आने पर लॉटरी निकाली थी.

जब उन्हें पता चला कि एसआर 570994 नंबर का टिकट प्रथम पुरस्कार विजेता है, तो उसे यह भी डर था कि कोई इतनी बड़ी रकम का टिकट चुरा लेगा. इसी वजह से उसने बिना किसी से मदद मांगे केरल पुलिस की शरण ली. पुलिस द्वारा दिए गए भरोसे में बडेस इनामी राशि का इंतजार कर रहा है. जब बडेस लॉटरी का टिकट लेकर स्टेशन पहुंचा, तो पहले तो पुलिस हैरान रह गई, लेकिन जब उन्हें मामले का पता चला तो उन्होंने उसे सही हिदायत देकर वापस भेज दिया.

पढ़ें:केरल में हत्या कर 3 हजार किमी दूर उत्तराखंड में छिपे थे आरोपी, गोपेश्वर से चार अभियुक्त गिरफ्तार

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के एसके बडेस सड़क और निर्माण कार्यों का काम करते हैं और पिछले कई महीनों से केरल में रह रहे हैं. उसे नियमित रूप से लाटरी के टिकट खरीदने की आदत थी और उसने लाटरी की दुकान देखकर ही टिकट खरीद लिया. लेकिन यह पहली बार है जब उसे इतनी बड़ी रकम मिल रही है. पुरस्कार राशि प्राप्त करने के बाद, बेड्स ने अपने परिवार के साथ परामर्श करने और आगे की गतिविधियों पर काम करने का निर्णय लिया.

ABOUT THE AUTHOR

...view details