हैदराबाद:भारत समेत 80 से अधिक अन्य देशों में गुरुवार को वार्षिक अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया जाएगा. यह दिवस पुरुषों को भेदभाव, शोषण, उत्पीड़न हिंसा और असमानता से बचाने और उन्हें उनके अधिकार दिलाने के लिए मनाया जाता है. बता दें, हर साल 19 नवंबर को पुरुष दिवस मनाया जाता है, जिसे संयुक्त राष्ट्र ने मान्यता दी है.
अंतररष्ट्रीय पुरुष दिवस का मुख्य उद्देश्य पुरुषों को दुनिया में लाने के लिए सकारात्मक मूल्य दिखाना है, जो पुरुष पहचान के व्यावहारिक पक्ष को प्रोत्साहित करता है और इसके साथ ही उन सामाजिक मुद्दों को उजागर करता है जो पुरुषों और लड़कों का सामना करते हैं. साल 2020 के अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस का विषय "पुरुषों और लड़कों के लिए बेहतर स्वास्थ्य" निर्धारित किया गया है, जो मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करता है, लिंग संबंधों में सुधार, लैंगिक समानता और सकारात्मक पुरुष भूमिका मॉडल को उजागर करता है.
अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस का इतिहास
- अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस का उद्घाटन 1992 में थॉमस ओस्टर ने किया था. वैसे इसकी कल्पना एक साल पहले ही की गई थी. 1999 में त्रिनिदाद एंड टोबेगो में पहली बार 19 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया गया और इसका सारा श्रेय डॉ. जीरोम तिलकसिंह को जाता है.
- डॉ. तिलक सिंह ने 19 नवंबर को अपने पिता के जन्मदिन वाले दिन को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस की शुरुआत करने का फैसला किया. बता दें, एक दशक पहले इसी तारीख को (1989) में त्रिनिदाद और टोबैगो की फुटबॉल टीम ने फुटबॉल विश्व कप के लिए क्वालीफाई किया था.
- डॉ. तिलकसिंह ने दुनिया भर में पुरुषों और लड़कों को प्रभावित करने वाले मुद्दों पर चिंतन करने के लिए एक दिन के रूप में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस को बढ़ावा दिया. हर साल 19 नवंबर को पड़ने वाला यह दिन बड़ा खास है, इस दिन पुरुषों की सेहत और पैसे जुटाने के लिए पुरुष शेविंग करने से बचते हैं और अपनी मूंछें और दाढ़ी बढ़ाते हैं.
भारत में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस
- 2007 में पहली बार भारत में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया गया. तब से हर साल 19 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाया जाता है. यह दिन दुनिया भर के पुरुषों के लिए समर्पित है. पुरुषों को विशेष महत्व देने के लिए इस दिन कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
- यह भारत में उतना लोकप्रिय नहीं है, लेकिन धीरे-धीरे इस दिन को मनाने का जोर पकड़ने लगा है. निजी संगठन, एनजीओ और सिविल सोसाइटी लोगों को प्रोत्साहित कर रहे हैं कि वे पुरुषो के अधिकारों के लिए आवाज उठाएं.
लैंगिक समानता की दुनिया में अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस का महत्व
- समाज, समुदाय, परिवार, चाइल्डकेयर और पर्यावरण में पुरुषों के सकारात्मक योगदान का जश्न मनाने के लिए यह दिन मनाया जाता है.
- पुरुषों के स्वास्थ्य और कल्याण पर ध्यान केंद्रित करने के लिए सामाजिक, भावनात्मक, शारीरिक और आध्यात्मिक सभी पहलू शामिल हैं.
- पुरुषों के प्रति भेदभाव को उजागर करना.
- लिंग संबंधों में सुधार करना और लैंगिक समानता को बढ़ावा देना.