नई दिल्ली : दिल्ली के सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर स्थानीय ग्रामीणों द्वारा किसान आंदोलन का विरोध किए जाने पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव युद्धवीर सिंह की प्रतिक्रिया सामने आई है.
युद्धवीर सिंह ने ईटीवी भारत के साथ बातचीत करते हुए कहा कि गांव के युवकों को आंदोलन के खिलाफ भड़काया जा रहा है. यह आंदोलन पूरे देश के किसानों के लिए है और आज देशभर के लोग इसका समर्थन कर रहे हैं, लेकिन सरकार हर प्रकार से इस आंदोलन को दबाने का प्रयास कर रही है.
युद्धवीर सिंह ने कहा कि दिल्ली देहात के लोग पिछले दो महीने से लगातार किसानों की मदद कर रहे हैं. अब अचानक से दो दिन में एकाएक ऐसा क्या हो गया कि वह विरोध करने लग गए? कुछ लड़के विरोध करने के लिए पहुंचे हैं, जिन्हें बीजेपी द्वारा गुमराह किया जा रहा है.
गुमराह करने वालों से सावधान रहना होगा, साथ ही युद्धवीर ने कहा कि यह आंदोलन पंजाब का ही नहीं है, पूरे देश का आंदोलन है. यहां आंदोलनकारी उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल, हरियाणा कई राज्यों से बैठे हुए हैं और दिल्ली देहात के लोगों को यह भी याद रखना चाहिए कि यहां पर वही सिख भाई बैठे हैं, जिन्होंने 1978 में दिल्ली देहात के गांव के मसले पर सवा दो साल तक दिल्ली देहात का साथ दिया था.
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वह मुद्दा पूरे देश का नहीं था. दिल्ली देहात के मात्र एक गांव का था और उस गांव के मुद्दे पर साथ देने के लिए सिख यहां पर डटे थे, इसलिए हमें अपने बच्चों का ध्यान रखना होगा, जिससे कोई गुमराह करके उन्हें बॉर्डर पर इस तरह का उपद्रव करने के लिए न ले जाए.
युद्धवीर सिंह ने कहा है कि तमाम हथकंडों के बावजूद भी किसानों का आंदोलन कमजोर नहीं पड़ा है और तीन कृषि कानून के रद्द किए जाने तक बदस्तूर जारी रहेगा.