पटना:बिहार में कई शिक्षक अभ्यर्थियों ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया था कि बाल सफेद हो गए, नौकरी नहीं होने के कारण कोई बाप अपनी बेटी नहीं दे रहा है. तेजस्वी यादव से भी बकायदा अभ्यर्थियों ने इसकी गुहार लगायी थी. अब उन्हीं बीपीएससी परीक्षा पास कर शिक्षक बने अभ्यर्थियों की किस्मत बदल गई है. शादी के लिए लड़कियों की लाइन लग गई है. ऐसे में दहेज के बाजार में रेट भी हाई हो गया है.
सरकारी दूल्हा सभी को चाहिए: आपको याद होगा 2 नवंबर 2023 को गांधी मैदान से बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र देते हुए कहा था कि प्रदेश में सब झटपट हो रहा है. अब आप सभी भी जल्दी से शादी कर लीजिए. फिलहाल बिहार में मास्टर साहब की बस हां की देरी है लड़की वाले चट मंगनी और पट ब्याह करने के लिए तैयार हैं.
टीचर दूल्हे राजा की बढ़ी डिमांड:दरअसल बिहार में शादी को लेकर बीपीएससी परीक्षा पास कर शिक्षक बने नौजवानों का डिमांड काफी हाई है. जब यह नौजवान बेरोजगार थे तो शादी के लिए दरवाजे पर कोई नहीं आता था. इनकी कोई पूछ नहीं थी. अगर कोई शादी के लिए भूले भटके आ भी जाता था तो दहेज में पैसे ना के बराबर पेशकश की जाती थी. लेकिन जैसे ही बीपीएससी की परीक्षा पास कर शिक्षक बने, इनके दरवाजे पर शादी के लिए अगुआ की लाइन लग गई है. बिहार में दहेज भले ही बंद है लेकिन इनके लिए दहेज की भी खूब पेशकश की जा रही है और लड़के वाले भी खूब दहेज डिमांड कर रहे हैं.
लाखों के दहेज की मांग कर रहे मास्टर दूल्हे:सामान्य वर्ग में बीपीएससी पास शिक्षक का दहेज 15 लाख से 25 लाख रुपए और ऊपर से एक दो पहिया वाहन या चार पहिया वाहन की डिमांड हो रही है. वही ओबीसी श्रेणी में 10 लाख से 20 लाख और ऊपर से एक वाहन की डिमांड हो रही है. वहीं युवतियां शिक्षक बनी हैं उनकी भी इन दिनों खूब डिमांड बढ़ी हुई है. अब प्राइवेट जॉब करने वाले युवक बीपीएससी पास शिक्षक दुल्हन ढूंढ रहे हैं.
लड़की के घरवालों के छूटे पसीने:बक्सर के रहने वाले और शादी विवाह के सिलसिले में लड़का ढूंढने पटना पहुंचे रामबाबू मिश्रा ने बताया कि इन दिनों बीपीएससी परीक्षा पास कर शिक्षक बने लड़कों की डिमांड काफी अधिक है. कोई 15 लाख डिमांड कर रहा है तो कोई 20 लाख डिमांड कर रहा है तो कोई 25 लाख डिमांड कर रहा है. ऊपर से एक वाहन की डिमांड हो रही है. दहेज के लिए नौकरी के साथ-साथ लड़के की प्रॉपर्टी का भी मूल्यांकन हो रहा है.
"लड़के वाले अब काफी ठसक में है कि उनका बेटा सरकारी नौकरी में चला गया है और अच्छी खासी सैलरी कमाने लगा है. शिक्षक की नौकरी है जो अधिक परेशानी की नौकरी नहीं है. इन सभी चीजों को देखकर इन लड़कों की डिमांड बढ़ी हुई है. यही लड़के कुछ दिनों पहले जब तक बेरोजगार थे तो परिवार वाले कहते थे कि कहीं कोई लड़की हो तो बताएं. शादी करनी है उम्र निकल रही है."-रामबाबू मिश्रा, लड़की के पिता
केस 1: मुजफ्फरपुर के ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं अभिषेक कुमार (बदला हुआ नाम) जो बीपीएससी परीक्षा पास कर शिक्षक बने हैं. इनका कहना है कि उनकी उम्र 31 वर्ष हो चुकी है और बेरोजगार थे तो शादी के लिए कोई नहीं आता था और अभी के समय इनकी खूब पूछ हो रही है. पहले जो कोई उन्हें सामने से गुजरने पर पूछता तक नहीं था आज उन्हें अपने पास बुलाकर चाय के लिए पूछ रहा है.