कोच्चि :अपराध शाखा ने ओलंपियन मयूखा जॉनी के दोस्त की शिकायत पर दर्ज दुष्कर्म के मामले में अब तक की गई जांच को लेकर अपनी रिपोर्ट शुक्रवार को केरल उच्च न्यायालय के समक्ष दाखिल की. जॉनी ने आरोप लगाया है कि उनकी दोस्त के साथ एक व्यक्ति ने दुष्कर्म किया और उसकी नग्न तस्वीरें लेकर उनका इस्तेमाल उसे धमकाने के लिए किया.
इस बीच जॉनी की मित्र से दुष्कर्म के आरोपी चुंगथ जॉनसन की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई एक बार फिर दो अगस्त तक के लिए स्थगित कर दी गई. उसके द्वारा नियुक्त वरिष्ठ वकील एक अन्य पीठ के समक्ष बहस कर रहे थे और अभियोजक दोपहर के भोजन के बाद बहस के लिए उपलब्ध नहीं थे, जिसके बाद सुनवाई को फिर से टाल दिया गया.
इस सप्ताह यह तीसरी बार है जब मई में दाखिल की गई अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई को स्थगित कर दिया गया है. याचिका को 27 जुलाई को 28 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया था और उस तारीख को इसे शुक्रवार, 30 जुलाई तक के लिए स्थगित कर दिया गया था.
न्यायमूर्ति शिरसी वी ने कहा कि वह सोमवार, दो अगस्त को अग्रिम जमानत याचिका पर दलीलें सुनेंगी.
पीड़िता के वकील ने सुनवाई के दौरान आरोप लगाया कि जॉनसन पुलिस से नहीं बल्कि अदालत के आदेश से डरता है और इसलिए वह अपनी अग्रिम जमानत याचिका लंबित रख रहा है. वकील ने आरोप लगाया कि जॉनसन के वकील वरिष्ठ वकील की अनुपलब्धता का हवाला देते हुए प्रत्येक तिथि पर स्थगन की मांग कर रहे थे और तर्क दिया कि इसे जारी रखने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए.