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'इंडिया ब्लॉक' में दरार और गहरी, पार्टियों ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 21, 2023, 10:49 PM IST

पांच राज्यों में चल रहे विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी, जद (यू) जैसी पार्टियां कांग्रेस और उसके दृष्टिकोण के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. ईटीवी भारत के वरिष्ठ संवाददाता गौतम देबरॉय की रिपोर्ट. Crack in INDIA bloc, parties accuse Congress, speak openly against Congress.

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पार्टियों ने कांग्रेस पर लगाया आरोप

नई दिल्ली: इंडिया ब्लॉक के साझेदारों के बीच मतभेद और भी गहरे हो गए हैं क्योंकि कई पार्टियां मौजूदा राज्य विधानसभा चुनावों में कांग्रेस और उसके दृष्टिकोण के खिलाफ खुलकर बोल रही हैं. समाजवादी पार्टी (सपा), जनता दल यूनाइटेड (जद-यू) जैसी पार्टियों ने मौजूदा चुनाव में अन्य पार्टियों को दरकिनार करने की कांग्रेस की रणनीति की आलोचना की.

सपा प्रवक्ता अखिलेश कटियार ने ईटीवी भारत से कहा, 'जिस तरह से कांग्रेस मौजूदा विधानसभा चुनाव के करीब पहुंच रही है, वह इंडिया गठबंधन के लिए अच्छा नहीं है. कांग्रेस को उन सभी क्षेत्रीय दलों पर विचार करना चाहिए जो भाजपा के खिलाफ लड़ रहे हैं. उन्हें (कांग्रेस को) सभी भारतीय गुट के सदस्यों से परामर्श करना चाहिए.'

उन्होंने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और राजस्थान समेत तीन राज्यों में सरकार बनाई. जहां तक ​​मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव का सवाल है तो पार्टी, कांग्रेस और उसके रवैये के खिलाफ काफी मुखर है. कटियार ने कहा कि 'अब स्थिति बदल गई है. इस स्थिति के लिए पूरी तरह से कांग्रेस जिम्मेदार है. सबसे बड़े साझेदार होने के नाते कांग्रेस को सभी दलों को साथ लेकर ईमानदारी से काम करना चाहिए. दुर्भाग्य से, कांग्रेस वह दृष्टिकोण नहीं दिखा रही है.

इसी विचार को दोहराते हुए जनता दल (यूनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि मोदी विरोधी और भाजपा विरोधी ताकतों के अधिकतम समायोजन के साथ आमने-सामने की लड़ाई होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि 'हमारे नेता नीतीश कुमार ने पहले ही सीपीआई की रैली में कहा था कि पार्टियों को इंडिया गठबंधन के बारे में गंभीरता से सोचना शुरू कर देना चाहिए. बहुत ज़्यादा नहीं है. कांग्रेस को आगे आना चाहिए.' उन्होंने कहा कि अब यह कांग्रेस पर निर्भर करता है कि वह क्या करेगी. उन्होंने कहा कि 'मोदी विरोधी और भाजपा विरोधी ताकतों को अधिक से अधिक समायोजित करके आमने-सामने की लड़ाई होनी चाहिए. हम सभी को मोदी के खिलाफ लड़ना चाहिए.'

नीरज कुमार ने कहा कि पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने दीजिए. उन्होंने कहा कि 'यह पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव है. इसे ख़त्म होने दो. और फिर देखें कि यह कैसे आगे बढ़ता है. अगर हमें 2024 का चुनाव जीतना है तो हमें बीजेपी को हराने के लक्ष्य के साथ एकजुट होकर काम करना होगा.'

हालांकि, इंडिया के एक अन्य घटक भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई-मार्क्सवादी) ने कहा कि विधानसभा चुनाव आम चुनाव से अलग है. पूर्व सांसद और सीपीएम केंद्रीय समिति के सदस्य हन्नान मोल्लाह ने कहा, 'अगर हम साथ आ भी गए हैं तो यह संभव नहीं है कि राज्य चुनाव में भी सभी दल एक मंच के नीचे खड़े हों. राज्य और लोकसभा चुनाव दोनों अलग-अलग प्रकरण हैं. हम मोदी और भाजपा को हराने के इरादे से एकजुट होकर लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए एक छतरी के नीचे आए हैं.'

अपनी आशावादिता व्यक्त करते हुए मोल्लाह ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में मोदी और भाजपा से लड़ने के लिए इंडिया ब्लॉक के सभी साथी एक साथ हैं. संपर्क करने पर एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने स्वीकार किया कि वे लगभग सभी राज्यों में अपने दम पर चुनाव लड़ रहे हैं. कांग्रेस नेता ने नाम न छापने की शर्त पर कहा, 'केवल राजस्थान में रालोद के साथ हमारी कुछ अंडरस्टैंडिंग है.' हालांकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद अब्दुल खालिक ने कहा कि उनका लक्ष्य अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराना है.

अब्दुल खालिक ने कहा कि 'पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव खत्म होने दीजिए. मेरा मानना ​​है कि सभी नेता एक साथ बैठेंगे और 2024 के चुनाव के लिए रणनीति बनाएंगे.'

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