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सावरकर पर टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत

उन्होंने शिकायत की कि राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी को बदनाम किया और स्थानीय लोगों की भावनाओं को आहत किया. पुलिस ने धारा 500 और 501 आईपीसी के तहत असंज्ञेय अपराध दर्ज किया.

Complaint filed against Rahul Gandhi for comment on Savarkar
सावरकर पर टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत

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Published : Nov 18, 2022, 8:33 AM IST

Updated : Nov 18, 2022, 9:42 AM IST

ठाणे (महाराष्ट्र) : बालासाहेबंची शिवसेना नेता वंदना डोंगरे द्वारा भारत जोड़ो यात्रा के दौरान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के खिलाफ कथित रूप से 'अपमानजनक टिप्पणी' करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है. गुरुवार को ठाणे नगर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई थी जिसमें कहा गया था कि गांधी की टिप्पणी से स्थानीय नागरिकों की भावनाएं आहत हुई हैं. आईपीसी की धारा 500, 501 के तहत असंज्ञेय (एनसीआर) अपराध का मामला दर्ज किया गया है.

गांधी के खिलाफ उनकी टिप्पणी के लिए शिकायत दर्ज करते हुए, बालासाहेबंची शिवसेना नेता, जो पार्टी की महिला अघाड़ी प्रमुख भी हैं कि वह 'हमारे महापुरुषों की बदनामी' को बर्दाश्त नहीं करेंगी. डोंगरे ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी ने स्वतंत्रता सेनानी सावरकर को बदनाम करने वाला बयान दिया. इससे स्थानीय नागरिकों की भावनाएं आहत हुई हैं. उन्होंने कहा कि हम महाराष्ट्र की मिट्टी में अपने महापुरुषों की बदनामी बर्दाश्त नहीं करेंगे. बालासाहेब की शिवसेना पार्टी ने भी राहुल गांधी की टिप्पणी के विरोध में गुरुवार को ठाणे में एक विरोध मार्च निकाला.

बालासाहेब की शिवसेना पार्टी के प्रवक्ता और महाराष्ट्र राज्य समन्वयक नरेश म्हस्के ने भी शुक्रवार को मार्च के दौरान मांग की कि पुलिस को राहुल गांधी के खिलाफ उनके बयान के लिए मामला दर्ज करना चाहिए और उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए. उसके बाद शाम को मामला दर्ज किया गया. इससे पहले कल, भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने वीर सावरकर पर अपने बयान को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हमला किया, इसे 'अपमानजनक' करार दिया और उनसे माफी की मांग की. पात्रा ने कहा कि राहुल गांधी ने वीर सावरकर का अपमान किया है. वह देश का गौरव हैं. उन्होंने सावरकर के लिए जिन शब्दों का इस्तेमाल किया, वे बेहद शर्मनाक और निंदनीय हैं.

उन्होंने कहा कि वीर सावरकर एक महान स्वतंत्रता सेनानी हैं, जो हमारे दिल के बहुत करीब हैं. यहां तक ​​कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी उन्हें अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने वाला महान स्वतंत्रता सेनानी कहा था. अब गांधी परिवार को जवाब देना चाहिए कि इंदिरा गांधी ने झूठ बोला या राहुल गांधी ने?

इससे पहले, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को दावा किया कि विनायक दामोदर सावरकर ने अंग्रेजों की मदद की थी. राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि कारागार में रहने के दौरान उन्होंने माफीनामे पर हस्ताक्षर करके महात्मा गांधी और अन्य समकालीन भारतीय नेताओं को धोखा दिया था. राहुल गांधी ने गत मंगलवार को भी वाशिम जिले में आयोजित एक रैली में हिंदुत्व विचारक सावरकर पर निशाना साधा था. इसके बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा था कि वह स्वतंत्रता सेनानी के बारे में पूरी तरह झूठ बोल रहे हैं.

सावरकर के पोते ने राहुल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. दिवंगत स्वतंत्रता सेनानी के पोते रंजीत सावरकर ने मुंबई के शिवाजी पार्क थाने में दर्ज करवाई. उन्होंने इस तरह के बयान देने के लिए महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले पर भी मामला दर्ज कराने की बात कही है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है. राहुल गांधी ने विनायक सावरकर के 'माफीनामे' की एक प्रति दिखाते हुए एक बार फिर से निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि सावरकर जी ने अंग्रेजों की मदद की. उन्होंने अंग्रेजों को चिट्ठी लिखकर कहा - सर, मैं आपका नौकर रहना चाहता हूं. राहुल गांधी ने यह भी कहा कि जब सावरकर जी ने माफीनामे पर हस्ताक्षर किए तो उसका कारण डर था. अगर वह डरते नहीं तो वह कभी हस्ताक्षर नहीं करते. इससे उन्होंने महात्मा गांधी और उस वक्त के नेताओं के साथ धोखा किया.

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उन्होंने कहा कि देश में एक तरफ महात्मा गांधी की विचारधारा है और दूसरी सावरकर से जुड़ी विचारधारा है. इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहे कांग्रेस नेता ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारत में पिछले आठ साल से डर का माहौल है. नफरत और हिंसा फैलाई जा रही है. शायद भाजपा के नेता किसानों और युवाओं से बात नहीं करते. अगर वो बात करते तो पता चलता कि युवाओं और किसानों को आगे रास्ता नजर नहीं आ रहा है. इस माहौल के खिलाफ खड़े होने के लिए हमने यह यात्रा शुरू की है.

राहुल गांधी ने कहा कि अगर लोगों को लगता कि इस यात्रा की जरूरत नहीं है तो वो लाखों की संख्या में बाहर नहीं निकलते. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि आमतौर पर लोकतंत्र में एक राजनीतिक दल दूसरे राजनीतिक दल से लड़ता है. संस्थाएं इस लड़ाई के मैदान में निष्पक्षता कायम रखती हैं. आज ऐसा नहीं है. आज एक तरफ देश की सभी संस्थाएं खड़ी हैं. भाजपा का मीडिया, संस्थाओं पर नियंत्रण है. न्यायपालिका पर दबाव डाला जाता है.

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उनका कहना था कि हमने यात्रा इसलिए शुरू की है क्योंकि विपक्ष के सामने कोई रास्ता नहीं बचा है. यह पूछे जाने पर कि क्या वह 2024 में विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री पद का चेहरा होंगे तो राहुल गांधी ने कहा कि यह ध्यान भटकाने का बहुत अच्छा तरीका है. इस सवाल के बारे में सोचा नहीं हैं. हमने यात्रा शुरू की है, हम कश्मीर तक जाएंगे और तिरंगा लहराएंगे.'' यात्रा के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं ज्योतिषी नहीं हूं, हालांकि इसका सकारात्मक असर होगा.'

राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र में पार्टी की स्थिति कमजोर नहीं है. सबसे अच्छी प्रतिक्रिया महाराष्ट्र में मिली है. यहां पर कांग्रेस का डीएनए है. इस यात्रा का सकारात्मक असर होगा. भाजपा के एक नेता के बयान में बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर सरकार को लगता है कि यात्रा से देश को नुकसान हो रहा है तो भारत जोड़ो यात्रा को रोक दे. उन्होंने कहा कि विदर्भ के किसानों को सुरक्षा प्रदान करने की जरूरत है. गुजरात में चुनाव प्रचार के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कहेंगे तो वह जरूर जाएंगे.

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Last Updated : Nov 18, 2022, 9:42 AM IST

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