नई दिल्लीःदिल्ली विधानसभा का एक दिनी विशेष सत्र सोमवार को हुआ. इसको संबोधित करते हुए CM अरविंद केजरीवाल ने एक चौथी पास राजा की कहानी सुनाई. इसके हवाले से उन्होंने देश के राजनीतिक दलों और नेताओं पर व्यंग्य कसा. उन्होंने कहा कि मेरी कहानी में राजा है, लेकिन रानी नहीं. राजा ने चौथी क्लास तक पढ़ाई की थी, इसके बाद पढ़ाई छोड़ दी. चाय की दुकान पर नौकरी की, लेकिन उसे राजा बनने का शौक था. वह एक दिन राजा भी बन गया. फिर उसके मन में पढ़ाई नहीं करने का मलाल रह गया. तब राजा ने MA की फर्जी डिग्री बनवा ली. जब RTI के जरिए इस बारे में जानकारी मांगी गई तो उसने लोगों पर 25 हजार रुपए का जुर्माना लगा दिया.
नोटबंदी को लेकर भी बोला हमलाः CM केजरीवाल ने भाषण के दौरान नोटबंदी के फैसले और किसानों के हित के लिए तीन कृषि कानून आदि लागू होने से किस तरह लोगों को परेशानी हुई, उसके बारे में भी बताया. उन्होंने कहा कि अनपढ़ राजा की वजह से धीरे-धीरे देश की समस्याएं बढ़ती गई. क्योंकि राजा ऐसे फैसले लेते रहे कि लोग परेशान हो गए. केजरीवाल बोले इससे पहले एक राजा आए थे मोहम्मद बिन तुगलक. वह भी ऐसे फैसले लेता था.
दोस्ता का हवाला देकर किया कटाक्षः आगे केजरीवाल कहते हैं कि एक दिन राजा को लगा कि वह राजा बन गया अब कितने दिन रहूंगा, उसने गरीबी में जो जीवन दिया था उसने पैसा कमाना शुरू किया. पैसे कैसे कमाए? पैसे कमाओ तो छवि खराब हो जाएगी. तब उसने अपने दोस्त को बुलाया और उस दोस्त को बोला कि ऐसा करते हैं कि मैं तो राजा हूं. सारे सरकारी ठेके तुम्हें दिलाऊंगा. सारे सरकारी पैसा तुम्हें दिलाऊंगा. नाम तेरा और पैसा मेरा और उस पर काम किया जाए. 10 पर्सेंट तुम्हें कमीशन मिलेगा. दोस्त मान गया. उसके बाद दोनों ने मिलकर देश को लूटा.