हैदराबाद : कोरोना काल में परीक्षाओं को लेकर अनिश्चितता का दौर जारी है. इस दौरान छात्रों और अभिभावकों का मानना है कि यदि इस वर्ष होने वाली परीक्षाओं को छोड़ देते हैं तो अगले वर्ष बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है. हालांकि, शिक्षाविद् और सीबीएसई के पूर्व चेयरमैन अशोक गांगुली ने छात्रों से परीक्षाओं को न छोड़ने का आग्रह किया है. साथ ही उन्होंने छात्रों को आगे बढ़ने की सलाह दी और यह भी सुझाव दिया है कि अभिभावकों को इस मामले को गंभीरता से लेना चाहिए.
अशोक गांगुली ने कहा कि कोरोना काल में बच्चे पूरी तरह से परीक्षाओं के लिए तैयार नहीं थे. मैंने इसके बारे में छात्रों से बात की है और उन्हें परीक्षाओं को न छोड़ने के लिए सुझाव दिया.
उन्होंने आगे कहा, 'मैंने छात्रों को स्पष्ट रूप से बताया कि उन्हें इन परीक्षाओं में अच्छे अंक नहीं मिल सकते हैं या उन्हें एक बेहतर करियर चुनने में कठिनाई हो सकती है. इसके अलावा विषयों के कॉम्बिनेशन मिलने में दिक्कतें आ सकती है.'
गांगुली ने कहा कि छात्रों को इस वर्ष आगे बढ़ना चाहिए और परीक्षाएं देनी चाहिए. बोर्ड के परिणामों को स्वीकार करें और यदि आवश्यक हो तो दोबारा इम्प्रूवमेंट पेपर दें, लेकिन परीक्षाओं को न छोड़ें और एक पूरे अकादमिक वर्ष को बर्बाद करना सहीं नहीं है.