अमरावती : एक छोटे से परिवार में पले-बढ़े अक्षय बाबूराव गाडलिंग ने महाराष्ट्र राज्य सेवा परीक्षा पास कर ली है. अक्षय अब नायब तहसीलदार बन गए हैं.
अक्षय के पिता साइकिल पर गांव-गांव जा कर रद्दी खरीदते थे और रंगोली बेचने का व्यवसाय भी चलाते हैं. अपने पिता के संघर्ष और कड़ी मेहनत को देखते हुए उन्होंने कभी अपना ध्यान भटकने नहीं दिया. एक गरीब परिवार से आने वाले अक्षय ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण की बदौलत सफलता हासिल की है.
अक्षय गाडलिंग ने भविष्य में एक बड़ा अधिकारी बनने का सपना देखा था लेकिन आर्थिक परिस्थितियां ठीक नहीं होने के चलते वह कभी पढ़ाई के लिए ट्यूशन क्लास नहीं जा सके, इसलिए उन्होंने विभिन्न सरकारी योजनाओं के माध्यम से एक क्लास में प्रवेश किया.