नई दिल्ली : राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने दम पर कुछ कर गुजरने वाली महिलाओं को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर रविवार को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर पुरस्कार विजेताओं के साथ संवाद किया. प्रधानमंत्री ने महिला दिवस की बधाई देते हुए सभी महिलाओं को संबोधित किया. इसके अलावा पीएम मोदी ने अपने ट्विटर अकाउंट का परिचालन भी ऐसी ही कुछ प्रेरणादायी महिलाओं को सौंप दिया.
पीएम ने किया संबोधित
पीएम ने पुरस्कार विजेता महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा, 'अपने आप में एक मिशन के रूप में और जीवन में कुछ करने के इरादे से आप कुछ करते गए. और उसका परिणाम ये है कि आपके जीवन की यशगाथा के प्रति देश को बहुत जिज्ञासा हो रही है.'
उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी को पता नहीं रहा होगा कि ऐसे-ऐसे लोग काम कर रहे हैं. इसके लिए बड़ी कठिनाइयों से गुजरना पड़ता है. पीएम ने कहा कि अपने आप में ये सारी बातें प्रेरणा का कारण बन जाती हैं.
नारी शक्ति पुरस्कार
गौरतलब है कि सरकार हर वर्ष विशेष रूप से वंचित और कमजोर तबके की महिलाओं के सशक्तीकरण के क्षेत्र में सराहनीय काम करने वालों, समूहों व संस्थानों को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित करती है.
इस बार भी राष्ट्रपति द्वारा अपने क्षेत्र में कुछ खास करने वाली महिलाओं को नारी शक्ति पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इन महिलाओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत कर अपने-अपने अनुभव साझा किए.
महिलाओं ने बताए अनुभव
पुरस्कार से सम्मानित आरिफा ने बताया कि वह कश्मीर से हैं और क्राफ्ट को बढ़ावा देने का काम कर रही हैं. इसी के चलते कई महिलाओं को रोजगार भी मिले हैं. उन्होंने बताया कि इससे पहले क्राफ्ट का क्षेत्र अपनी पहचान खो चुका था.
कलावेती देवी ने बताया कि उन्होंने शौचालय निर्माण का काम जारी रखा. उन्होंने बताया कि वे 58 साल की उम्र तक 4000 से ज्यादा शौचालय बना चुकी हैं, उनके इस नेक काम से सभी को फायदा हो रहा है.
फ्लाइट लेफ्टिनेंट अवनी चतुर्वेदी ने अपने साथी लेफ्टिनेंट के साथ अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि 2018-19 में पहली बार हम तीनों ऐसी महिलाएं बनी, जिन्होंने पहली बार मिग-21 फाइटर एयरक्राफ्ट को उड़ाया.
इसके साथ ही लेफ्टिनेंट जनरल भावना और मोहना ने भी पीएम से अपने अनुभव साझा किए.