भोपाल: मध्यप्रदेश की कांग्रेस सरकार में वन मंत्री उमंग सिंघार के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर दिए बयान के बाद कांग्रेस में बवाल मचा हुआ है. कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि सरकार में किसी का भी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए.
भोपाल में अनुसूचित जाति वर्ग सम्मेलन में शामिल होने के बाद सिंधिया ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री पर जो आरोप लगाए गए हैं, वे गंभीर हैं. इस मामले में दोनों पक्षों को साथ बिठाकर चर्चा होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि सरकार को अपने दम, अपने आधार पर काम करना चाहिए, इसमें किसी का भी हस्तक्षेप नहीं होना चाहिए. सरकार को स्वतंत्र होकर काम करना चाहिए. सीएम कमनाथ को उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह दोनों की बात सुननी चाहिए.
मीडिया से बातचीत के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया बता दें कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह की एक चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. चिठ्ठी में दिग्विजय सिंह ने मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री से मिलने का समय मांगा था और चिठ्ठी में मंत्रियों की कार्यशैली से विधायकों की नाराजगी की बात भी लिखी गई थी.
इसके बाद मध्यप्रदेश के वन मंत्री उमंग सिंघार ने दिग्विजय सिंह की वायरल चिट्ठी के मामले में बयान दिया था कि दिग्विजय सिंह जी परदे के पीछे से सरकार चला रहे हैं और ये बात पार्टी का हर कार्यकर्ता जानता है. उन्हें चिट्ठी लिखने की क्या जरूरत है.