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कोरोना : देश के यह संस्थान विकसित कर रहे कम कीमत वाले वेंटिलेटर

कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. इसके प्रसार पर लगाम लगाने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देश के कई संस्थान सस्ती कीमतों पर वेंटिलेटर का निर्माण कर रहे हैं. इसमें भारतीय रेलवे से लेकर आईआईटी हैदराबाद, एम्स, पीजीआईएमईआर, मैक्स हेल्थकेयर सहित डीआरडीओ जैसे भी संस्थान शामिल हैं. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Apr 12, 2020, 7:46 PM IST

Updated : Apr 13, 2020, 9:10 AM IST

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हैदराबाद : कोरोना वायरस के मामले देश में लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. इसके प्रसार पर लगाम लगाने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. कोरोना मरीजों के इलाज के लिए देश के कई संस्थान सस्ती कीमतों पर वेंटिलेटर का निर्माण कर रहे हैं. जानें कब-कब किस संस्थान ने दिया अपना सहयोग...

07.04.2020 :

भारतीय रेलवे की कोच निर्माण इकाई कपूरथला की रेल कोच फैक्ट्री ने कोविड-19 रोगियों के लिए कम लागत वाले वेंटिलेटर 'जीवन' का निर्माण किया है. इस वेंटिलेटर के माध्यम से कई मरीजों की जान बचाई जा सकती है.

रेलवे ने बताया कि कंप्रेसर (Compressor) के बिना इसकी कीमत लगभग दस हजार रुपये होगी. यह वेंटिलेटर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की मंजूरी का इंतजार कर रहा है.

वेंटिलेटर 'जीवन' के निर्माता रविंद्र गुप्ता ने कहा कि आईसीएमआर की मंजूरी मिलते ही रेलवे प्रतिदिन 100 वेंटिलेटर का निर्माण करने की क्षमता रखता है.

04.04.2020 :

गुजरात स्थित राजकोट की एक कंपनी ने कम लागत वाले वेंटिलेटर 'धमन-1' (Dhaman-1) का निर्माण किया है. अहमदाबाद में कोरोना के मरीजों पर इसका सफलतापूर्वक परीक्षण किया जा चुका है. इसकी कीमत एक लाख रुपए से भी कम है.

04.04.2020 :

हैदराबाद में भी इंजीनियरों की एक टीम ने कम लागत वाली वेंटिलेटर प्रणाली तैयार की है, जो कोरोना रोगियों के लिए काफी मददगार साबित होगी.

इसे विकसित करने वालों का कहना है कि यह मशीन नियमित वेंटिलेटर की कमी की स्थिति में किसी आपातकाल में मददगार हो सकती है. यह मशीन चार हजार रुपए में उपलब्ध होगी.

04.04.2020 :

आईआईटी (आईएसएम) की मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग की रिवर्स इंजीनियरिंग प्रयोगशाला (Reverse Engineering Laboratory) की एक टीम ने वेंटिलेटर 'एडेप्टर' (Adapters) विकसित किया है.

इस वेंटिलेटर का उपयोग एक से अधिक मरीजों पर भी किया जा सकता है. इस मशीन को पाटलिपुत्र मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (पीएमसीएच) को प्रदान किया गया है.

03.04.2020 :

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी हैदराबाद ने भी कम लागत वाला पोर्टेबल और आपातकालीन उपयोग वाला वेंटिलेटर विकसित किया. यह कोरोना मरीजों की आवश्यकताओं को पूरा करने में मदद कर सकता है. इसकी भी कीमत काफी कम है.

03.4.2020 :

ऋषिकेश स्थित ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) के सहयोग से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की ने कम लागत वाला वेंटिलेटर विकसित किया. बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए 450 उद्योग प्रतिनिधियों के सामने इसका नमूना पेश किया गया.

वेंटिलेटर 'प्राण वायु' (Prana Vayu) की कीमत 25 हजार प्रति यूनिट है, जो बाजार में उपलब्ध अन्य वेंटिलेटर की तुलना में बहुत कम है.

03.04.2020 :

चंडीगढ़ के प्रोफेसर ने स्वचालित वेंटिलेटर का आविष्कार किया.

पीजीआईएमईआर चंडीगढ़ के एनास्थेसियोलॉजी (Anaesthesiology) विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. राजीव चौहान और उनकी टीम ने मिलकर एक सस्ती कृत्रिम मैनुअल ब्रीदिंग यूनिट - एएमबीयू (Artificial Manual Breathing Unit - AMBU) का आविष्कार किया, जो कोविड-19 महामारी से लड़ने वाले मरीजों की मदद में सक्षम है.

इस बारे में डॉ. चौहान का कहना है कि वेंटिलेटर की कमी के कारण, अस्पतालों में ज्यादातर रोगियों को अक्सर कृत्रिम वेंटिलेशन के लिए मैन्युअल रूप से संचालित एएमबीयू बैग पर निर्भर रहना पड़ता है. ऐसे में हम कोविड-19 रोगियों के लिए इस उपकरण का इस्तेमाल कर सकते हैं.

02.04.2020 :

श्री चित्रा तिरुनल इंस्टीट्यूट फॉर मेडिकल साइंसेज एंड टेक्नोलॉजी (एससीटीआईएमएसटी) कृत्रिम मैनुअल ब्रीदिंग यूनिट - एएमबीयू (Artificial Manual Breathing Unit - AMBU) पर आधारित एक आपातकालीन वेंटिलेटर सिस्टम विकसित किया.

इसका नमूना पूरी तरह से तैयार किया जा चुका है. इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी के तहत भारत सरकार ने आपातकालीन वेंटिलेटर सिस्टम के निर्माण के लिए विप्रो 3D (Wipro 3D) बेंगलुरु के साथ करार किया है.

01.04.2020 :

मैक्स हेल्थकेयर ने एकल वेंटिलेटर में एक साथ चार रोगियों को सहायता देने योग्य क्षमता विकसित करने की कोशिश की.

संस्थान की बायो-मेड टीम (Bio-Med Team) ने डिवाइस को बनाने के लिए मैक्स हॉस्पिटल साकेत में उपलब्ध 3D प्रिंटिंग का उपयोग करने का निर्णय लिया है.

30.03.2020 :

आईआईटी हैदराबाद ने कोविड-19 से संक्रमित लाखों लोगों को वेंटिलेटर प्राप्त हो सके, इसके लिए कम लागत वाले वेंटिलेटर विकसित किए हैं.

आईआईटी हैदराबाद ने इस तरह के उपकरण का एक प्रस्तावित डिजाइन बनाया है, जिसकी कीमत लगभग पांच हजार रुपये है, जबकि मामूली अस्पताल में भी एक वेंटिलेटर लगभग छह लाख रुपये का होता है.

26.03.2020 :

डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (डीआरडीओ) के चेयरमैन जी सतीश रेड्डी ने बताया कि डीआरडीओ ने भी एक वेंटिलेटर विकसित किया है और इसी तरह के हर महीने लगभग पांच हजार वेंटिलेटर बनाने के लिए संस्थान कई उद्योगों के साथ मिलकर काम कर रहा है.

Last Updated : Apr 13, 2020, 9:10 AM IST

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