टीकाकरण की तैयारियां पूरी, देशभर में इन जगहों पर ड्राई रन
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Published : Jan 1, 2021, 9:54 PM IST
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Updated : Jan 2, 2021, 7:30 PM IST
चार राज्यों में आयोजित किए गए ड्राई रन की सफलता के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में दो जनवरी से देशभर में कोविड वैक्सीन लगाने का ड्राई रन चलाने का फैसला किया गया है. इसी कड़ी में दो जनवरी को देशभर में ड्राई रन कराया जाएगा. जानें देश में कहां कहां होगा ड्राई रन...
covid 19 vaccination dry run
हैदराबाद : केंद्र सरकार ने देशभर में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा कि वे अपने यहां कोविड-19 के टीका अभियान को प्रभावी तरीके से चलाने के लिए कमर कस लें. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने 31 दिसंबर को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड-19 टीकाकरण के लिए बनाए गए सत्र स्थलों की तैयारियों की समीक्षा एक उच्च स्तरीय बैठक की. बैठक में भूषण के साथ स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख सचिव, एनएचएम एमडी और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के अन्य स्वास्थ्य प्रशासनिक अधिकारी ऑनलाइन जुड़े थे.
कोविड-19 टीकाकरण का ड्राई रन 2 जनवरी 2021 (शनिवार) से सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की सरकारों द्वारा किया जाएगा. इस गतिविधि को कम से कम 3 सत्र स्थलों में सभी राज्य की राजधानियों में आयोजित करने का प्रस्ताव है. कुछ राज्यों में ऐसे जिले भी शामिल होंगे जो कठिन भू-भाग में स्थित हैं या जिनके पास संसाधनों की कमी है. महाराष्ट्र और केरल राज्यों का अपनी राजधानी के अलावा अन्य प्रमुख शहरों में इस अभ्यास सत्र को चलाने का कार्यक्रम है.
वैक्सीन ड्राई रन क्या है? ड्राई रन या अभ्यास एक परीक्षण प्रक्रिया है जहां संभावित विफलता के प्रभाव को मापा जाता है. इस प्रक्रिया में सभी घटकों को शामिल किया जाता है. यह वैक्सीन के वास्तविक वितरण से पहले किया जाता है, जिससे अभियान के दौरान आने वाली व्यवहारिक समस्याओं का सामाधान किया जा सके.
आइये इन केंद्रों की सूची पर नजर डालते है:-
राज्य
जिला
केंद्र
असम
सोनितपुर और नलवारी
बिहार
पटना, जमूई और बेतिया
शास्त्रीनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
फुलवारीशरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
दानापुर अनुमंडलीय अस्पताल
जमुई जिला अस्पताल
एक्सपीओडी पब्लिक स्कूल जमुई
कछारी चौक हाई स्कूल जमुई
एमजेके अस्पताल बेतिया
बगहा अनुमंडलीय अस्पताल
छत्तीसगढ़
रायपुर, सरगुजा, दुर्ग, बिलासपुर, राजनांदगांव, बस्तर और गोरेला पेंड्रा मरावी
जिला अस्पताल
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
गुजरात
अणाद, भावनगर, दाहोद और वलसाड
नगरपालिका अस्पताल
बकरोल पीएचसी
सरकारी विद्यालय नं. 13
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आनंदनगर क्षेत्र
सरकारी विद्यालय नं. 19-आनंदनगर क्षेत्र
सर टी हॉस्पिटल
शहरी अस्पताल
जायडस अस्पताल
आर एल एंड पांड्या हाईस्कूल
जीएमईआरएस सिविल अस्पताल, पीपी यूनिट
उप केंद्र चतरिया (हिंदी विद्यालय)
शहरी स्वास्थ्य केंद्र अब्रामा
शहरी स्वास्थ्य केंद्र, शाहिद चौक, कुंभारवद
हरियाणा
पंचकुला
रायपुर रानी
सीएचसी पंचकुला
हिमाचल प्रदेश
शिमला
सीनियर सेकेंड्री विद्यालय, कुसुप्टी
डीडीयू जोनल अस्पताल
तेनजिन प्राइवेट अस्पताल
झारखण्ड
रांची, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, पलामू, पाकुड़ और सिमडेगा
रांची (सदर अस्पताल, सरकारी अस्पताल बुंडू, पंचायत भवन रातू)
चतरा (सदर अस्पताल)
पूर्वी सिंहभूम (सदर अस्पताल)
पलामू (मेदनीराय मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, छतरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र)
पाकुड़ (सदर अस्पताल, डांगापारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र)
सिमडेगा (सदर अस्पताल, कोलेबिरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र)
कर्नाटक
बेंगलुरु शहर, काराबुरागी, शिवमोग्गा, बेलगावी और मैसूर
विद्यापीठ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
कमाक्षीपले सामान्य स्वास्थ्य केंद्र
अनेकल सामान्य स्वास्थ्य केंद्र
अशोकनगर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
औरद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
जिवारगी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
मकगैन अस्पताल
शिकारीपुरा तालुक जनरल अस्पताल
भद्रावती प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
बेलगावी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
कित्तूरू सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
हुक्केरी तालुक अस्पताल
जयानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
हुनसुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
केआर नगर तालुक जनरल अस्पताल
केरल
त्रिवेंद्रम, इडुक्की, पल्लकड़ और वायनाड
पूजनाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
पेरोर्ककडा जिला मॉडल अस्पताल
किम्स अस्पताल
वजाहतोप्पु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
नेनमारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
कुरुक्कनमूला प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
मध्य प्रदेश
भोपाल
गोविंदपुरा आरोग्य केंद्र
गांधीनगर स्वास्थ्य केंद्र
एलएन मेडिकल कॉलेज, कोलार
महाराष्ट्र
पुणे, नागपुर, जालना और नंदुरबार
औंध जिला अस्पताल
पिंपरी चिंचवड़ मन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
डागा अस्पताल
कामठी जिला अस्पताल
नागपुर नगर निगम स्वास्थ्य केंद्र
जालना जिला अस्पताल
जिला अस्पताल की अंबेड शाखा
शेलगांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
नंदुरबार जिला अस्पताल
आष्टा स्वास्थ्य केंद्र
जिला अस्पताल की नवापुर शाखा
ओडिशा
भुवनेश्वर और 30 जिला मुख्यालय अस्पताल
केपिटल अस्पताल
जिला मुख्यालय के सभी अस्पताल
पंजाब
लुधियाना
दयानंद मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल
सिविल अस्पताल लुधियाना,
सिविल अस्पताल पायल
सिविल अस्पताल जगराओं
सिविल अस्पताल खन्नासिविल अस्पताल रायकोट
सिविल अस्पताल मैकचीवारा
राजस्थान
जयपुर, भीलवाड़ा, करौली, अजमेर, बांसवाड़ा, जोधपुर और बीकानेर
जेके लोन अस्पताल
मणिपाल अस्पताल
बनीपार्क शहरी पीएचसी
अचरोल पीएचसी
महात्मा गांधी अस्पताल जिला मुख्यालय
रायपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
परिता सीएचसी
एमसीएच ट्रॉमा सेंटर
श्रीनगर पीएचसी
पंचशील पीएचसी
पीएचसी बाजवाना
बाबारी यूपीएचसी
बनाड़ सीएचसी
रेजीडेंसी औषधालय
पीबीएम अस्पताल में ज्यामितीय केंद्र
कोठारी निजी अस्पताल
देशलोक पीएचसी
तेलंगाना
हैदराबाद और महबूबनगर
गांधी अस्पताल
नामपल्ली सरकारी अस्पताल
तिलक नगर यूपीएचसी
यशोदा अस्पताल
महबूबनगर सरकारी अस्पताल
उत्तर प्रदेश
लखनऊ
सहारा अस्पताल
एसजीपीजीआई अस्पताल
आरएमएल अस्पताल
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी
मॉल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
मलिहाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
पश्चिम बंगाल
कोलकाता और उत्तर 24 परगना
मध्यग्राम उच्च प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
दत्तबाद उच्च प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, साल्ट लेक
अमदंगा उच्च प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
महामारी से बचाव के इस टीकाकरण अभियान का मकसद उस क्षेत्र विशेष की परिस्थितियों में टीकाकरण करने संबधी चुनौतियों से अवगत होना है. साथ ही इसके लिए बनी रणनीति को अमली जामा पहनाने में आ रही दिक्कतों का भी निवारण करना है. टीकाकरण अभियान के दौरान आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों के आधार पर आगे की रणनीति तय करने में ये ड्राई रन काफी मददगार साबित होगा और इसके संचालन में विभिन्न स्तरों पर जुटे लोगों का भी आत्मविश्वास बढ़ेगा.
केंद्र शासित प्रदेश
केंद्र
चंडीगढ़
सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल-32
सेक्टर 16 का सरकारी अस्पताल
मनीमाजरा सिविल अस्पताल
जम्मू संभाग
जिला अस्पताल सरवाल जम्मू
मरह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र
बिसनाह उप जिला अस्पताल
ड्राई रन का उद्देश्य इस टीकाकरण अभियान की पूरी योजना स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 20 दिसंबर 2020 को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार होगी. प्रत्येक तीन सत्र स्थलों के लिए संबंधित चिकित्सा अधिकारी प्रभारी 25 परीक्षण लाभार्थियों (हेल्थकेयर वर्कर्स) की पहचान करेंगे. राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि इन लाभार्थियों का डेटा को-विन (CO-WIN) में अपलोड किया जाए.
ये लाभार्थी ड्राई रन के लिए सत्र स्थल पर भी उपलब्ध होंगे. राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों के हेल्थ केयर वर्कर (एचसीडब्ल्यू) लाभार्थियों के डेटा को अपलोड करने सहित को-विन एप्लीकेशन पर दी जाने वाली सुविधाओं और यूजर्स आईडी तैयार करेंगे. साथ ही राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों को प्रस्तावित सत्र स्थलों में जगह की पर्याप्तता, संसाधनों की व्यवस्था, इंटरनेट कनेक्टिविटी, बिजली, सुरक्षा आदि सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है. हर राज्य में कम से कम तीन सत्र स्थल तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.
यहां यह सुनिश्चित करें कि मॉडल साइट्स में जागरूकता सृजन गतिविधियों के लिए पर्याप्त स्थान के साथ 'तीन-कमरे के सेट-अप' में अलग से प्रवेश और निकास है, इन साइटों पर सभी आईईसी सामग्री प्रदर्शित करें, यह सुनिश्चित करें कि सभी जरूरी निर्देश और प्रोटोकॉल का पालन यहां हो रहा है, साथ ही टीकाकरण टीमों को सभी पहलुओं में पहचाना और प्रशिक्षित किया जाना है. ड्राई रन को कोल्ड चेन प्रबंधन सहित वैक्सीन सप्लाई, स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स के प्रबंधन में राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश के प्रशासन से भी लैस किया जाएगा.
करीब एक लाख लोगों को किया गया प्रशिक्षित जैसा कि ये विदित है कि टीकाकरण अभियान चलाने वाले लोग इस प्रक्रिया में एक अहम भूमिका अदा करेंगे क्योंकि उन्हें प्रशिक्षण देना है और आगे लोगों को टीका लगाने के लिए तैयार करना है. इनकी विभिन्न राज्यों में महत्वपूर्ण भूमिका होगी. इस उद्देश्य के लिए लगभग 96,000 टीका लगाने वालों को प्रशिक्षित किया गया है. प्रशिक्षकों के राष्ट्रीय प्रशिक्षण में 2,360 प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है और 719 जिलों में जिला स्तर के प्रशिक्षण में 57,000 से अधिक प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया है.
राज्य किसी भी वैक्सीन/सॉफ्टवेयर से संबंधित प्रश्न के लिए राज्य हेल्पलाइन 104 का उपयोग (जिसका उपयोग 1075 के अतिरिक्त किया जाएगा) कर रहे हैं. कॉल सेंटर के अधिकारियों को इसके बारे में प्रशिक्षित करने और क्षमता निर्माण सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में हुआ है. राज्यों को स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया गया ताकि ऐसे सभी प्रश्नों के जवाब दिए जा सके.
टीकाकरण के बाद किसी भी संभावित प्रतिकूल घटनाओं के प्रबंधन के लिए ड्राई रन पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा. इसके अलावा, बीमारी को फैलने से रोकने के लिए सत्र स्थल पर संक्रमण नियंत्रण निर्देशों का पालन और प्रबंधन भी किया जा रहा है. मॉक ड्रिल में ब्लॉक और जिला स्तरों पर समवर्ती निगरानी, समीक्षा और प्रतिक्रिया तैयार करना भी शामिल होगा. स्टेट टास्क फोर्स केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के साथ प्रतिक्रियाओं की समीक्षा करेगी.
चार राज्यों में हो चुका है ड्राई रन ड्राई रन का पहला दौर आंध्र प्रदेश, असम, गुजरात, पंजाब में 28-29 दिसंबर 2020 को दो जिलों में आयोजित किया गया था, जहां प्रत्येक 25 लाभार्थियों वाले पांच सत्र स्थलों की पहचान की गई थी. इस ड्राई रन के क्रियान्वयन में कोई बड़ी समस्या सामने नहीं आई थी. सभी राज्यों ने बड़े पैमाने पर कार्यक्रम कार्यान्वयन के लिए परिचालन संबंधी दिशा-निर्देशों और आईटी प्लेटफॉर्म पर विश्वास व्यक्त किया है.