नई दिल्ली :कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश पार्टी को मजबूत करने के लिए नई समितियों का गठन किया है. इनमें प्रदेश के कई वरिष्ठ नेताओं को शामिल किया गया है. हालांकि, जिन नेताओं ने चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए थे, उनके नाम शामिल नहीं हैं. जितिन प्रसाद और राज बब्बर को इन समितियों में जगह नहीं दी गई है. सलमान खुर्शीद को अहम जिम्मेदारी दी गई है.
पार्टी के महासचिव केसी वेणुगोपाल के मुताबिक यूपी के लिए घोषणापत्र समिति, सदस्यता समिति, संपर्क समिति, प्रशिक्षण एवं कैडर विकास समिति, पंचायती राज चुनाव समिति, मीडिया एवं संचार परामर्श समिति और कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के गठन को मंजूरी मिली है.
पार्टी ने एक बयान में कहा है कि सोनिया गांधी ने उत्तर प्रदेश चुनाव के लिए इन सात समितियोंं का गठन किया है. विधानसभा चुनाव फरवरी-मार्च 2022 में होने हैं. इन समितियों में प्रदेश के लगभग सभी बड़े नेताओं को शामिल किया गया है. सलमान खुर्शीद, प्रमोद तिवारी, राशिद अल्वी, नूर बानो और अनुग्रह नारायण जैसे नाम शामिल हैं. जितिन प्रसाद और राज बब्बर के नाम शामिल नहीं हैं. इन दोनों नेताओं ने उस चिट्ठी पर हस्ताक्षर किए थे, जिनमें पार्टी से कई सवाल पूछे गए थे. इन नेताओं ने सोनिया गांधी को पार्टी में सुधार और नेतृत्व परिवर्तन के मुद्दे पर सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी.
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उत्तर प्रदेश में इन समितियों का गठन प्रदेश के नौ वरिष्ठ नेताओं के सोनिया गांधी को पत्र लिखने के बाद किया गया है. इन सभी नेताओं को पार्टी ने पिछले साल बर्खास्त कर दिया था. इस पत्र में प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशना साधा गया था और कहा गया था कि सोनिया गांधी परिवारवाद से ऊपर उठें और कांग्रेस में फिर से लोकतांत्रिक जड़ों को मजबूत करें.