इंदौर : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने इस्लामिक धर्मोपदेशक जाकिर नाइक के बहाने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर फिर हमला किया है.
दरअसल एक वीडियो में जाकिर नाइक ने दावा किया है कि वह मोदी और शाह के सम्पर्क में हैं और दोनों ही अनुच्छेद 370 को लेकर उसकी मदद चाहते हैं, लेकिन जाकिर नाइक ने उनका ऑफर ठुकरा दिया.
दिग्विजय ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम से इतर मीडिया से कहा, 'जाकिर नाइक ने यह आरोप लगाया है कि कश्मीर में अनुच्छेद 370 का समर्थन करने के लिए उसके पास एक दूत भेजा गया था और कहा गया कि आप के खिलाफ सभी देशद्रोह के मामले वापस हो जाएंगे.'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि ऐसे आरोप जाकिर नाइक ने जब लगाए हैं तो फिर प्रधानमंत्री और गृह मंत्री इन आरोपों का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं.
दिग्विजय ने कहा कि यदि यह गलत है तो प्रधानमंत्री और गृह मंत्री को जाकिर नाइक के आरोपों का खंडन करना चाहिए. यदि वे ऐसा नहीं करते तो माना जाएगा कि देशद्रोही जाकिर नाइक का बयान सही है.
उन्होंने उत्तर प्रदेश पुलिस को भी कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि वह आखिर चाहती क्या है. उन्होंने सवाल किया कि जो सामाजिक कार्यकर्ता हैं, उनसे यूपी पुलिस ये क्यों कह रही है कि वो मुस्लिमों का साथ ना दें.
वहीं दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर एनआरसी, एनपीआर और सीएए को लेकर कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अपनी एजुकेशन का प्रमाण नहीं दे पा रहे तो फिर वो देशवासियों से नागरिकता का प्रमाण क्यों मांग रहे हैं.
इस बीच जाकिर नाइक का वीडियो सुर्खियों में आते ही भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने दिग्विजय के आरोपों का खंडन किया है.
कैलाश विजयवर्गीय का बयान. विजयवर्गीय ने कहा कि यदि इस तरह की कोई बात होती तो उन्हें जरूर पता होती क्योंकि वह टीम मोदी के सक्रिय सदस्य हैं. उन्होंने कहा कि ऐसी बातें और अफवाह दिग्विजय सिंह कहां से लाते हैं, उन्हें ही पता होगा.