नई दिल्ली : देशभर में आज गुरु पूर्णिमा मनाई जा रही है. गुरु, जो हमें भगवान और सृष्टि से रुबरु कराता है. जो हमें जीनव जीना सिखाता है. आज के दिन श्रद्धालु अपने गुरुजनों की पूजा-अर्चना से पूर्व गंगा स्नान किया करते थे. लेकिन इस बार ऐसा भव्य नजारा देखने को नहीं मिलेगा. क्यों कि कोरोना काल में लोगों को सरकार की कई गाइड लाइनों का पालन करना पड़ रहा है.
गुरु पूर्णिमा पर्व
गुरु पूर्णिमा का पर्व महार्षि वेद व्यास के जन्मदिवस के रूप में मनाया जाता है. वेदव्यास जो ऋषि पराशर के पुत्र थे. गुरु पूर्णिमा पर्व मनाने के पीछे एक कारण यह भी माना जाता है कि इस दिन महान गुरु महर्षि वेदव्यास जिन्होंने ब्रह्मसूत्र, महाभारत, श्रीमद्भागवत और अट्ठारह पुराण, अद्भुत साहित्यों की रचना की उनका जन्म हुआ था. इसलिए इस पर्व का हिंदू धर्म में खास महत्व है. लोग इस दिन गंगा स्नान कर अपने गुरुओं की पूजा करते हैं.
शिरडी में साईं बाबा की पूजा-अर्चना की गई
शिरडी मंदिर के पुजारी बालकृष्ण जोशी ने कहा कि आज गुरु पूर्णिमा का मुख्य दिन है. आज के दिन से साईं बाबा की काकड़ आरती शीश शुरू हो गई. कल द्वारिकामई मंदिर में आखंडित पारायण शुरू हो गया था. इसके बाद बाबा की ग्रंथि पूजा की गई. इसके बाद बाबा की शोभा यात्रा निकाली गई. यह शोभा यात्रा समाधि मंदिर पहुंची. इसके बाद बाबा का मंगल स्नान शुरू हुआ. बाबा का मंगल स्नान हो के बाद सभी साईं भक्तों को गुरुस्वरुप दर्शन मिले और कोरोना संकट से लोगों को मुक्ति मिले. यह संकल्प लेकर पुजारी द्वारा बाबा की पूजा की गई.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर में पूजा की.
वहीं इस मौके पर पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की ढेरों शुभकामनाएं. जीवन को सार्थक बनाने वाले गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने का आज विशेष दिन है. इस अवसर पर सभी गुरुजनों को मेरा सादर नमन.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करके कहा कि तीन चीजें जो देर तक छिप नहीं सकतीं- सूर्य, चंद्रमा और सत्य. गौतम बुद्ध आप सभी को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामनाएं.