नई दिल्ली : बाबा का ढाबा मामले में रोज नए मोड़ आ रहे हैं. बाबा के ढाबा मालिक कांता प्रसाद की माफी के बाद अब यूट्यूबर गौरव वासन ने ईटीवी भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि वो कांता प्रसाद से मिलने जाएंगे.
ईटीवी भारत दिल्ली के स्टेट हेड विशाल सूर्यकांत के साथ बातचीत करते हुए गौरव ने कहा- चाहें वो आएं या मैं जाऊं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है. उनको लगता है कि शायद वो मेरे पास आएंगे, तो वो छोटे हो जाएंगे. मैं उनके पास जाऊंगा, तो मैं छोटा नहीं हो जाऊंगा, क्योंकि कहीं न कहीं किसी न किसी को अपना ईगो मारना पड़ता है.
अगर किसी का फलस्वरूप अच्छा हो तो उसे उसी तरह अपना लेना चाहिए और उन्होंने जैसा बोला कि वो मुझसे माफी मांगते हैं. मैं उनके लिए भगवान हूं और भी काफी सारी बातें बोली हैं, जो उन्होंने आज से 6 महीने पहले बोली थीं. मैं छोटा बहुत हूं और मैं उनको अपना आदरणीय मानता हूं.
मुझसे सब लोग पूछ रहे हैं कि मैंने उनको माफ किया कि नहीं, मैं कोई नहीं होता हूं माफ करने वाला ऊपरवाला था है और हमेशा रहेगा. अगर ऊपरवाले ने उन्हें अपने कर्म का फल दिया है तो मुझे जाने में कोई संकोच नहीं है. किसी चीज का अंत करना है तो किसी न किसी को तो पहल करनी पड़ेगी. सच्चाई सबके सामने आ गई है तो मुझे जाने में कोई संकोच नहीं है.
बता दें कि बाबा का ढाबा तब चर्चा में आया था, जब खाने-पीने की चीजों पर वीडियो बनाने वाले यूट्यूबर गौरव वासन ने कांता प्रसाद का वीडियो बनाकर लोगों से मदद की अपील की थी. गौरव का यह वीडियो इतना वायरल हुआ कि अगले दिन से ही सैकड़ों लोग बाबा के ढाबा पर खाना खाने पहुंचने लगे. लोगों ने गौरव के जरिए मदद की. अब कहानी यहीं से बदली और बाबा कांता प्रसाद ने गौरव पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करा दिया.
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गौरव पर बाबा ने कई गंभीर आरोप लगाए. इसी बीच बाबा की तरक्की होती रही और उन्होंने अपना खुद का रेस्टोरेंट खोल लिया, लेकिन बाबा कि किस्मत यहां खराब निकली और रेस्टोरेंट बंद होगा. जिस बाबा के ढाबे से ये कहानी शुरू हुई थी. कांता प्रसाद फिर वहीं आ गए.
बाबा का ढाबा फिर से खुलने के बाद बाबा ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा था कि गौरव वासन उनके बेटे जैसे हैं. FIR के सवाल पर बाबा ने कहा कि वकील और उनके मैनेजर उन्हें थाने ले गए थे. वकील और पुलिस अधिकारियों के बीच अंग्रेजी में बात हुई और वो कुछ नहीं समझ पाए. उन्होंने आगे कहा कि उनका एक रुपया भी गौरव ने बेइमानी नहीं किया है और अगर गौरव अभी बाबा के ढाबे के पास आते हैं तो बाबा कांता प्रसाद उन्हें अपने बेटे की तरह इज्जत देंगे. हालांकि अब देखना ये है कि गौरव वासन कांता प्रसाद के पास कब जाते हैं और विवाद का ये सिलसिला कब रूकता है.