नई दिल्ली: फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने रविवार को कहा कि जी20 के अध्यक्ष के तौर पर भारत ने दुनिया को एकता और शांति का संदेश देने की पूरी कोशिश की, जबकि रूस अब भी यूक्रेन के खिलाफ अपना आक्रमण जारी रखे हुए है. मैक्रों ने शिखर सम्मेलन के समापन के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा खंडित माहौल को देखते हुए भारत ने जी20 अध्यक्ष के रूप में अच्छा काम किया है.
भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह संबंध द्विपक्षीय संबंधों से कहीं अधिक है और दोनों देशों को दुनिया के विखंडन का विरोध करने की दिशा में काम करना होगा. भारत-फ्रांस रक्षा संबंधों के बारे में मैक्रों ने विस्तृत ब्योरा दिए बिना कहा कि आने वाले महीनों और वर्षों में अतिरिक्त करार होंगे और रक्षा उपकरणों की खरीद भी की जाएगी. मैक्रों से जब पूछा गया कि क्या जी20 घोषणापत्र में यूक्रेन संकट से संबंधित पैराग्राफ पश्चिमी देशों द्वारा अपनी राय बदलने की तरह है, तो उन्होंने कहा कि जी20 राजनीतिक चर्चा का मंच नहीं है.
फ्रांसीसी राष्ट्रपति ने कहा कि जी20 देशों के अधिकतर देशों ने यूक्रेन पर रूसी हमले की निंदा की है, लेकिन जी20 को किसी एक मुद्दे पर फंसे नहीं रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन घोषणापत्र में राष्ट्रों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों को बनाए रखने की आवश्यकता के बारे में बात की गई है और यूक्रेन में न्यायपूर्ण और स्थायी शांति के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की गई है.