गोधरा : गुजरात के गोधरा नगरपालिका में भारतीय जनता पार्टी को अगला कार्यकाल ना मिले इस वजह से 7 एआईएमआईएम सदस्यों ने 17 निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन दिया. बता दें, 2002 से बीजेपी सत्ता पर काबिज है.
गुजरात नगरपालिका चुनाव में एआईएमआईएम ने पहली बार अपनी दावेदारी प्रस्तुत की थी और एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष साबिर कबालीवाला ने कहा कि एआईएमआईएम जिसने राज्य की राजनीति की शुरुआत करते हुए गोधरा नगरपालिका की सात सीटें जीतीं. वहीं, बोर्ड के गठन के लिए 17 निर्दलीय उम्मीदवारों को बिना शर्त समर्थन भी दिया. उन्होंने कहा कि अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के पद क्रमश: निर्दलीय संजय सोनी और अकरम पटेल को दिए गए.
कबालीवाला ने ईटीवी भारत से कहा कि 44 सदस्यीय मंडल में 17 में से 5 सदस्य ऐसे हैं, जो गैर मुस्लिम हैं. उनका कहना है कि हमारा मुक्य उद्देश्य सिर्फ भारतीय जनात पार्टी को रोकना है. इस बार जनता ने हम पर विश्वास जताया है और हम उनके लिए काम करेंगे.
बीजेपी को आड़े हाथ लेते हुए कबालीवाला ने कहा कि उन्होंने गोधरा कांड के बाद सत्ता हासिल की थी, लेकिन आज हमने उसी स्थान पर बोर्ड बनाया है. उन्होंने कहा कि वहां कोई काम नहीं हुआ है इसलिए वहां की जनता इनसे तंग आ चुकी है. उन्होंने कहा कि इस बार सभी ने मुस्लिम, दलित और आदिवासियों को वोट दिया है. हम सभी लोगों को एकजुट करेंगे.
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष साबिर कबालीवाला ने कहा कि हमारी पार्टी ने विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है.