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सूरजपुर: सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल पर अवैध वसूली का आरोप, ग्रामीणों ने की शिकायत

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Published : Sep 4, 2020, 2:37 PM IST

सूरजपुर के ग्रामीणों ने शासकीय हाई स्कूल महुली के प्राचार्य पर एडमिशन के नाम पर फीस वसूली करने का आरोप लगाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल के प्रिंसिपल 600 से 700 रूपए तक ज्यादा फीस की वसूली कर रहा है.

surajpur government school
शासकीय स्कूल

सूरजपुर: कोरोना वायरस संक्रमण के दौर में लॉकडाउन के बाद से निजी स्कूल संचालकों और अभिभावकों के बीच का विवाद सुर्खियों में है. हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी निजी स्कूलों के लगातार फीस वसूली की शिकायत आती रहती है. अब जिले के महुली गांव से भी शासकीय हाई स्कूल में एडमिशन के नाम पर बच्चों से अवैध वसूली करने की शिकायत आई है.

स्कूल में प्रवेश के नाम पर अवैध वसूली के आरोप

आरोप है कि शासकीय हाई स्कूल महुली के प्राचार्य प्रवेश के लिए मनमाने ढंग से फीस की वसूली कर रहे हैं. प्रचार्य पर एडमिशन फीस के नाम पर 600 से 700 तक फीस की वसूली करने का आरोप है. शासकीय हाई स्कूल महुली में 11 से 12 गांव के बच्चे पढ़ने आते है. 30 से 40 छात्र गरीब तबके से हैं, जो फीस जमा नहीं कर पाने की वजह से प्रवेश से वंचित रह जा रहे हैं. ऐसे में गरीब परिवारों को फीस जमा करने के लिए कर्ज का सहारा लेना पड़ रहा है.

जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई

इस बारे में जब ओड़गी विकासखंड के शिक्षा अधिकारी जेपी साय से बात की गई, तो उन्होंने कहा कि फीस लेने की जानकारी उन्हें नहीं है. इसकी जांच कर आरोपी पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल फीस लेने के कोई आदेश नहीं हैं.

पढ़ें: कोरबा: फीस के लिए दबाव बना रहे निजी स्कूल, अभिभावकों ने शिक्षा मंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन

बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस की वजह से लगे लॉकडाउन के बाद स्कूलों को खोलने की अनुमति नहीं हैं. सरकार और परिजनों का कहना है कि बच्चों को अभी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कोरोना से बचने की सजगता नहीं है. बच्चे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर पाएंगे. ऐसे में भयावह बीमारी के बीच बच्चों को स्कूल भेजना किसी खतरे से कम नहीं है. ऐसे में प्राइवेट स्कूल बच्चों को घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई करा रहे हैं, जिससे पढ़ाई तो हो रही है. लेकिन बच्चों के परिजनों के लिए लॉकडाउन के बीच फीस की वसूली सिरदर्द बन चुका है. हाईकोर्ट ने कहा था कि निजी स्कूल अभिभावकों से सिर्फ ट्यूशन फीस ही वसूल सकते हैं. इसके अलावा किसी भी प्रकार के फीस नहीं ली जानी है.

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