सुकमा: जो कभी आजादी के दिन को काले दिवस के रूप में मनाते थे आज वहीं देश की स्वतंत्रता पर जश्न में डूबे हैं. नक्सलवादियों को हथियार छोड़ प्यार का रास्ता अपनाने की सीख दे रहे हैं. नाचता-गाता ये शक्स कभी नक्सलियों के साथ मिल कर इसी तरह नक्सलवाद को बढ़ावा देता था आज सौहार्द और प्रेम का विस्तार कर रहा है.
नक्सलियों से मुख्यधारा से जुड़ने की अपील
आजादी के राष्ट्रीय पर्व पर आत्मसमर्पित नक्सली अर्जुन ने नक्सल संगठन में जुड़े आदिवासियों को मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया है. गुरुवार को जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अर्जुन ने मनमोहक प्रस्तुति दी. पुलिस की नाट्य मंडली के माध्यम से अर्जुन व उसकी टीम ने नक्सलवाद को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया है. मौके पर मौजूद लोगों ने आत्मसमर्पण नक्सलियों की प्रस्तुति को खूब सराहा और सम्मान दिया.
18 साल तक नक्सलवाद से जुड़ा रहा अर्जुन
नक्सल संगठन में 18 वर्षों तक काम करने के बाद 8 लाख के इनामी नक्सली अर्जुन ने 4 महीने पहले आत्मसमर्पण किया. सरेंडर करने के बाद अर्जुन पुलिस के साथ मिलकर ग्रामीण इलाकों में शासन की योजनाओं की जानकारी नाट्य मंडली के माध्यम से देने का काम कर रहा है. ETV भारत से बात करते हुए अर्जुन ने बताया कि 18 साल नक्सलियों के साथ काम करने के बाद भी नक्सलियों की उपेक्षा का शिकार होता रहा. आंध्र और तेलंगाना के नक्सली छत्तीसगढ़ के आदिवासियों पर अत्याचार और शोषण करते हैं.