छत्तीसगढ़

chhattisgarh

ETV Bharat / state

SPECIAL: कभी नक्सलियों के लिए मनाता था 'काला दिवस', आज नक्सलवाद से आजादी का दे रहा नारा

आजादी के राष्ट्रीय पर्व पर आत्मसमर्पित नक्सली अर्जुन ने नक्सल संगठन में जुड़े आदिवासियों को मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया है. गुरुवार को जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अर्जुन ने मनमोहक प्रस्तुति दी. पुलिस की नाट्य मंडली के माध्यम से अर्जुन व उसकी टीम ने नक्सलवाद को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया है. मौके पर मौजूद लोगों ने आत्मसमर्पण नक्सलियों की प्रस्तुति को खूब सराहा और सम्मान दिया.

By

Published : Aug 15, 2019, 10:17 PM IST

Updated : Aug 16, 2019, 7:23 AM IST

नृत्य नाटक पेश करता अर्जुन

सुकमा: जो कभी आजादी के दिन को काले दिवस के रूप में मनाते थे आज वहीं देश की स्वतंत्रता पर जश्न में डूबे हैं. नक्सलवादियों को हथियार छोड़ प्यार का रास्ता अपनाने की सीख दे रहे हैं. नाचता-गाता ये शक्स कभी नक्सलियों के साथ मिल कर इसी तरह नक्सलवाद को बढ़ावा देता था आज सौहार्द और प्रेम का विस्तार कर रहा है.

नक्सलियों के हथियार से उन्हें ही मात दे रहा है पुराना साथी, ऐसे करता है नक्सलवाद छोड़ने अपील

नक्सलियों से मुख्यधारा से जुड़ने की अपील
आजादी के राष्ट्रीय पर्व पर आत्मसमर्पित नक्सली अर्जुन ने नक्सल संगठन में जुड़े आदिवासियों को मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया है. गुरुवार को जिला मुख्यालय के मिनी स्टेडियम में स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अर्जुन ने मनमोहक प्रस्तुति दी. पुलिस की नाट्य मंडली के माध्यम से अर्जुन व उसकी टीम ने नक्सलवाद को छोड़कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संदेश दिया है. मौके पर मौजूद लोगों ने आत्मसमर्पण नक्सलियों की प्रस्तुति को खूब सराहा और सम्मान दिया.

18 साल तक नक्सलवाद से जुड़ा रहा अर्जुन
नक्सल संगठन में 18 वर्षों तक काम करने के बाद 8 लाख के इनामी नक्सली अर्जुन ने 4 महीने पहले आत्मसमर्पण किया. सरेंडर करने के बाद अर्जुन पुलिस के साथ मिलकर ग्रामीण इलाकों में शासन की योजनाओं की जानकारी नाट्य मंडली के माध्यम से देने का काम कर रहा है. ETV भारत से बात करते हुए अर्जुन ने बताया कि 18 साल नक्सलियों के साथ काम करने के बाद भी नक्सलियों की उपेक्षा का शिकार होता रहा. आंध्र और तेलंगाना के नक्सली छत्तीसगढ़ के आदिवासियों पर अत्याचार और शोषण करते हैं.

15 अगस्त को काला दिवस मनाता था
आत्मासमर्पित नक्सली अर्जुन ने बताया कि नक्सल संगठन में रहने के दौरान वह 15 अगस्त और 26 जनवरी को काला दिवस के रूप में मनाता था ग्रामीण इलाकों में ग्रामीणों को राष्ट्रीय पर्व के खिलाफ भड़का था. लेकिन आज तिरंगे को सलाम करने पर सच्ची देशभक्ति की अनुभूति हुई है.

सामने आया नक्सलियों का सच
नक्सली झूठी लड़ाई लड़ रहे हैं. अर्जुन का मानना है कि शासन की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर और भी नक्सली मुख्य धारा से जुड़ेंगे. नक्सलवाद की बुनियाद झूठे सिद्धांतों पर टिकी है जो लंबे समय तक नहीं चलेगी.

नक्सलियों के तर्ज पर पुलिस की नाट्य मंडली
दक्षिण बस्तर में नक्सलियों का प्रभाव समाप्त करने के लिए पुलिस उन बिंदुओं पर भी कार्य कर रही है, जिसके माध्यम से स्थानीय ग्रामीणों का दिल जीता जा सके और नक्सलियों का खौफ ग्रामीणों के हृदय से खत्म किया जा सके. ऐसे ही कोशिश में जुटी सुकमा जिले की पुलिस ने नक्सलियों के तर्ज पर चेतना नाट्य मंडली का शुरुआत की है, जो मुख्यधारा से भटके युवाओं को नक्सलवाद की सच्चाई बताकर उन्हें वापस समाज की मुख्यधारा में शामिल होने का संदेश देने का काम कर रही है. इस नाट्य मंडली का नेतृत्व आत्म समर्पित नक्सली अर्जुन कर रहा है.

Last Updated : Aug 16, 2019, 7:23 AM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details