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राजनांदगांव: पड़ोसन ने सिर दीवार पर पटककर की मासूम डिंपल की हत्या, फिर शव का किया ऐसा हाल जान कांप जाएगी रूह

18 दिन पहले लापता हुई साढ़े चार साल की डिंपल का शव अंजोरा बाईपास से बरामद. पोड़ोसी ने की थी मासूम की हत्या

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Published : Feb 26, 2019, 10:27 PM IST

पुलिस के गिरफ्त में आरोपी

राजनांदगांव: जिले के भानपुरी से लापता हुई साढ़े चार साल की डिंपल का शव 18 दिन बाद दुर्ग अंजोरा बाईपास के पास एक बोरे से बरामद किया गया है. डिंपल को उसी की पड़ोसी आरती साहू ने गुस्से में मौत के घाट उतारा है. फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं मामले में गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ अपराध दर्ज कर जेल भेज दिया है.

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18 दिन पहले भानपुरी गांव की रहने वाली चार साल की बालिका डिंपल निर्मलकर अपने घर के पास से खेलते-खेलते अचानक गायब हो गई थी. परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस में की थी. इसके बाद छान-बीन में लगी पुलिस ने 18 दिन बाद डिंपल का शव दुर्ग बाईपास के पास से बरामद किया है.


परिजनों का कहना है कि डिंपल कहीं आती-जाती नहीं थी. हमेशा अपनी बड़ी बहन तानी के साथ रहती थी. घटना के दिन भी डिंपल अपनी बहन तानी के साथ पड़ोस के घर में खेलने के लिए निकली थी जिसके बाद से उसका कोई अता-पता नहीं था. मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीम बनाकर छान-बीन कर रही थी. इसी दौरान पड़ोस में रहने वाली आरती साहू मामले संदिग्ध पाई गई.


आरती घटना के 4 दिन बाद से ही नसबंदी ऑपरेशन के लिए अस्पताल में दाखिल हो गई थी और लगातार पुलिस को बयान देने से बच रही थी. पुलिस जब भी उसके घर पर पूछताछ करने जाती वो बेहोशी का नाटक कर मामले से बचने की कोशिश करती थी जिससे पुलिस को उसपर शक होने लगा था और अखिरकर पुलिस के कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया है.

ऐसे की हत्या
आरती ने बताया कि दोनों बहनों का उसके घर पर आना-जाना लगा रहता था. दोनों बच्चियां उसकी बच्ची के साथ खेलती थी. घटना के दिन जब डिंपल आरती के घर पहुंची तो उसने अपनी बच्ची को मारने का आरोप लगाते हुए उसे एक तमाचा जड़ दिया जिसके बाद डिंपल ने आरती का हाथ काट लिया. इस बात से गुस्साई आरती ने डिंपल का बाल पकड़कर उसका सिर दीवार से दे मारा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.


अपना अपराध छुपाने के लिए उसने उसे घर से कुछ दूर एक गड्ढे में भूसा भरकर दफना दिया और ठीक चार दिन बाद लाश को वापस निकालकर एक बोरे में भर लिया और टेंपो में लेकर अस्पताल के लिए निकल गई. इस दौरान उसने उसने लाश वाली बोरी टेंपो की पिछली सीट पर ही छोड़ दिया. उसने बोरी से बदबू आने पर टेंपो वाले ने उसे दुर्ग बाईपास के पास फेंक दिया.

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