रायपुर: प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन से छत्तीसगढ़ के लिए पर्याप्त संख्या में कोविड 19 का टीका उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रदेश में इसके भंडारण, संधारण और वितरण की समुचित व्यवस्था है. केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश में कोविड-19 से निपटने की व्यवस्थाओं की समीक्षा की. इस दौरान सिंहदेव ने उनसे कोरोना वैक्सीन पर्याप्त संख्या में प्रदेश को उपलब्ध कराने का आग्रह किया.
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग की अपर मुख्य सचिव रेणु जी. पिल्लै, आयुक्त डॉ. सीआर प्रसन्ना और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक डॉ. प्रियंका शुक्ला भी शामिल हुईं. वहीं नई दिल्ली में डॉ. हर्षवर्धन के साथ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव डॉ. राजेश भूषण और राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (NCDC) के निदेशक डॉ. सुजीत कुमार सिंह भी मौजूद थे.
टीएस सिंहदेव और केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन की बैठक केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने की तारीफ
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य शासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं और उपायों की तारीफ की. विस्तृत समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां इस दिशा में बेहतर काम रहा है. स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन कोरोना पर नियंत्रण के लिए सक्रियता और तत्परता से काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि आगामी कुछ महीने कोविड-19 संक्रमण की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण हैं. सर्दी के मौसम और लगातार त्योहारों के कारण कोरोना संक्रमण के बढ़ने की संभावना है, इसलिए सचेत रहते हुए कोरोना वायरस को लेकर जारी गाइडलाइन का पालन करना जरूरी है. डॉ. हर्षवर्धन ने पांच जिलों दुर्ग, रायपुर, बिलासपुर, बलौदाबाजार-भाटापारा और जांजगीर-चांपा के कलेक्टरों से चर्चा कर वहां कोविड प्रबंधन के लिए उठाए जा रहे प्रभावी कदमों की जानकारी ली. डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आगे और बेहतर और प्रभावी काम होगा, ऐसी वे उम्मीद करते हैं.
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कोरोना को लेकर विस्तृत समीक्षा बैठक
स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को बताया कि प्रदेश में अभी रोजाना 22 हजार से 25 हजार सैंपलों की जांच हो रही है. कोविड अस्पतालों में ज्यादा से ज्यादा बिस्तरों तक आक्सीजन सुविधा उपलब्ध कराने के लिए तत्परता से काम किया गया है. कोरोना संक्रमण के संभावितों का पता लगाने के लिए यहां 2 अक्टूबर से 12 अक्टूबर के बीच घर-घर जाकर गहन सामुदायिक सर्वे किया गया है. स्वास्थ्य सुरक्षा अभियान के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मितानिनें सप्ताह में दो दिन भ्रमण कर कोरोना से मिलते-जुलते लक्षण वाले लोगों की पहचान कर उन्हें जांच के लिए प्रेरित कर रही हैं.
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कार्यकर्ताओं का डेटाबेस हो रहा तैयार
टीएस सिंहदेव ने केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री को जानकारी दी कि कोविड टीकाकरण के लिए भारत सरकार के निर्देशों के अनुरूप प्रदेश के सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य संस्थाओं में कार्यरत स्वास्थ्य कार्यकताओं का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. टीकों के सुरक्षित संधारण के लिए अभी 530 कोल्ड-चेन (शीत श्रृंखला) प्वाइंट हैं और 80 नए कोल्ड-चेन प्वाइंट भी शुरू किए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि कोविड अनुकूल व्यवहारों को अपनाने के लिए आईईसी के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है. मास्क के इस्तेमाल, शारीरिक दूरी बनाए रखने और हाथों की लगातार साफ-सफाई के लिए उन्हें प्रेरित किया जा रहा है.
कोरोना मरीजों और परिजनों के लिए पर्याप्त इंतजाम
टीएस सिंहदेव ने समीक्षा बैठक में बताया कि कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए राज्य के सभी कोविड अस्पतालों और आइसोलेशन सेंटरों में पर्याप्त व्यस्थाएं की गई हैं. होम आइसोलेशन में रहकर इलाज करा रहे लोगों को स्थानीय प्रशासन के माध्यम से निःशुल्क दवाईयां उपलब्ध कराई जा रही हैं. साथ ही मरीज की सेवा कर रहे परिजनों के लिए भी बीमारी से बचाव के लिए दवा दी जा रही है. होम आइसोलेशन के लिए मरीजों के पंजीयन की ऑनलाइन व्यवस्था कर उनके स्वास्थ्य की निगरानी के लिए सरकारी और निजी डॉक्टरों का पैनल भी उपलब्ध कराया जा रहा है.