रायपुर:राजधानी के बूढ़ातालाब धरना स्थल पर औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ 2 दिवसीय प्रदर्शन किया. protest of non formal teachers associationसाथ ही शासन प्रशासन को प्रदर्शन स्थल पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी थी. यह प्रदर्शन 27 और 28 दिसंबर 2 दिनों का था. औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ ने पहले दिन मंगलवार को कहा था कि अगर सरकार बुधवार 28 दिसंबर को उनकी मांगे पूरी नहीं करती है, तो प्रदर्शनकारियों के द्वारा आत्मदाह जैसे कदम उठाए जाएंगे. raipur latest news अपनी चेतावनी को पूरा करते हुए उन्होंने बुधवार को प्रदर्शन स्थल पर ही आत्मदाह की कोशिश की.
औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ अपनी मांगों को लेकर कर रहे प्रदर्शन: औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष टिकेश्वर यादव का कहना है कि "पूरे प्रदेश में औपचारिकेत्तर शिक्षकों की संख्या लगभग 4500 है. जो पिछले 22 सालों से बेरोजगार हो गए हैं. अविभाजित मध्यप्रदेश के समय 1975 में औपचारिकेत्तर शिक्षक के रूप में उनकी नियुक्ति हुई थी. लेकिन सन 1999 में औपचारिकेत्तर शिक्षक का पद समाप्त कर दिया गया. जिसके बाद छत्तीसगढ़ औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ अपनी मांगों को लेकर कानून का दरवाजा खटखटाया.
औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ का प्रदर्शन, लोगों ने आत्महत्या का प्रयास किया
राजधानी के धरना स्थल में बुधवार को औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ का एक आंदोलनकारी गले में फंदा डालकर आत्मदाह करने को उतारू हो गया था.protest of non formal teachers association कुछ लोग पंडाल के रॉड में रस्सी डालकर आत्महत्या की कोशिश की. मामला बिगड़ते देख पुलिस के अधिकारी और जवानों ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया. raipur latest newsजिसके बाद प्रदर्शनकारी शांत हो गए. प्रदर्शन स्थल पर प्रदर्शन करने आए औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ के लोगों के सामानों को चेक किया गया तो कई लोगों के बैग और थैले से पेट्रोल की छोटी बोतल भी बरामद की गई.
शिक्षक संघ की अपनी मांग को लेकर प्रदर्शन
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"हमारे सामने करो या मरो की स्थिति":औपचारिकेत्तर शिक्षक संघ ने बताया कि "साल 2005 में जबलपुर हाईकोर्ट से केस जीत गए थे. उसके बाद छत्तीसगढ के बिलासपुर हाई कोर्ट से 2010 में केस जीतने के बाद भी उन्हें बेरोजगार रहना पड़ रहा है. ऐसे में उनके सामने करो या मरो की स्थिति है."
Last Updated : Dec 30, 2022, 9:39 AM IST