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CG Rajyotsav 2022: राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का समापन आज

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Published : Nov 3, 2022, 9:51 AM IST

Updated : Nov 3, 2022, 10:53 AM IST

Chhattisgarh Rajyotsav Closing Ceremony तीन दिवसीय छत्तीसगढ़ राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का आज समापन है. शाम 6 बजे से रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में कार्यक्रम की शुरुआत होगी. झारखंड सीएम हेमंत सोरेन मुख्य अतिथि रहेंगे. CG Rajyotsav 2022

Chhattisgarh Rajyotsav Closing Ceremony
राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव का समापन

रायपुर: राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव और राज्योत्सव का समापन समारोह आज शाम 6 बजे राजधानी रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में होगा. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन होंगे. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में समापन समारोह संपन्न होगा. Chhattisgarh Rajyotsav Closing Ceremony

विदेशी कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुति

विदेशी कलाकारों ने छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के नारे लगाए:साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित राज्योत्सव और राष्ट्रीय आदिवासी नृत्य महोत्सव के दूसरे दिन सीएम भूपेश बघेल ने दर्शक दीर्घा में बैठकर आदिवासी नृत्य महोत्सव का आनंद लिया. समारोह में मालदीव, सर्बिया, मंगोलिया, न्यूजीलैण्ड और इंडोनेशिया के नर्तक दल ने मनमोहक प्रस्तुति दी. सर्बिया से आए 10 सदस्यीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत नृत्य कौशल को देखकर दर्शक काफी उत्साहित हुए. न्यूजीलैण्ड के नर्तक दल ने शंख बजाकर नृत्य की शुरुआत करते हुए लोक नृत्य हाका से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया. न्यूजीलैण्ड के आदिवासी कलाकार अपने पारंपरिक वेश-भूषा में मंच पर पहुंचे और अपने विशिष्ट रीति रिवाज के अनुसार नृत्य की प्रस्तुति देने से पहले छत्तीसगढ़ राज्य को मित्र बनाने की परंपरा को प्रतीक के रूप में निभाया. उन्होंने अपनी भाषा में छत्तीसगढ़ राज्य से मित्रता की घोषणा की. नर्तक दल के कलाकारों ने एक सुर में छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया का उद्घोष कर मुख्यमंत्री सहित सभी अतिथियों का अभिवादन किया.

National tribal dance festival 2022 : छत्तीसगढ़ समेत देश के आदिवासी नृत्य की झलक

भुंजिया आदिवासी

छत्तीसगढ़ सरकार नेभुंजिया जनजाति को लिया गोद: भुंजिया जनजाति के नर्तक दलों ने वैवाहिक अवसर पर किए जाने वाले नृत्य की मनमोहक प्रस्तुति दी. भुंजिया के नृत्य में उनकी पूरी संस्कृति झलकती है। नृत्य के दौरान पुरूष हाथों में तीर-कमान थामें होते हैं, जबकि महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में होती है. भुंजिया एक ऐसी विशेष पिछड़ी जनजाति समुदाय है, जिसे छत्तीसगढ़ सरकार ने गोद लिया है. इस जाति के लोग छत्तीसगढ़ के गरियाबंद, महासमुंद और धमतरी जिला तथा ओड़िशा के कुछ में क्षेत्रों में रहते हैं. आदिकाल से भुंजिया समुदाय के लोग जंगल और पहाड़ों पर निवास करते आ रहे हैं. भुंजिया समुदाय के लोग प्राकृतिक चीजों से श्रृंगार करना पसंद करते हैं, जैसे- महुआ, गुंजन, हर्रा आदि के फूलों की माला. महिलाएं अपने बालों को सजाने के लिए मयूर पंख या जंगल के फूलों का इस्तेमाल करती हैं.

छत्तीसगढ़िया सबले बढ़िया के लगे नारे

समापन समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, वन एवं परिवहन मंत्री मोहम्मद अकबर, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री शिवकुमार डहरिया, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेंड़िया, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरू रूद्रकुमार, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल, लोकसभा सांसद सुनील सोनी, संसदीय सचिव चिंतामणि महाराज, विकास उपाध्याय सहित कई जनप्रतिनिधि मौजूद रहेंगे.

Last Updated : Nov 3, 2022, 10:53 AM IST

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