रायपुर :देशभर में कृष्ण जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई गई. श्रद्धालु बड़े उत्साह के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्म दिवस मना रहे हैं. ऐसे में राजधानी रायपुर के कोतवाली थाने में पिछले कई वर्षों से अनोखी परंपरा चली आ रही है. जिस तरह द्वापर युग में नंदलाला का जन्म कारागार में हुआ था, ठीक उसी तरह कोतवाली थाने के लॉकअप में माखन चोर ने जन्म लिया. मौके पर पुलिस कर्मी हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की... के नारे लगाते रहे. बता दें कि राजधानी के सबसे पुराने कोतवाली थाने में जन्माष्टमी पर यह परंपरा सालों से चली आ रही है.
रायपुर कोतवाली थाने में भगवान श्रीकृष्ण ने लिया जन्म !
रायपुर के कोतवाली थाने में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर एक बार फिर से द्वापर युग की झलक देखने को मिली. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म होते वासुदेव उन्हें टोकरी में लेकर कारागार से निकल पडे़ और सारे संतरी सोते ही रह गए.
द्वापर युग में आठे के दिन जिस तरह भगवान श्री कृष्ण ने कारागार के अंदर जन्म लिया था। ठीक उसी तरह भगवान श्री कृष्ण ने कोतवाली थाने के लॉकअप के अंदर जन्म लिया। जन्म से पहले कारागार के प्रहरी सो जाते हैं और अचानक अंधेरा होता है। वैसा ही नजारा रात 12 बजते ही देखने को मिला। अचानक से लाइटें बंद हो गई और खाकी वर्दी धारी पुलिसकर्मी भी सो गए। जैसे ही भगवान ने जन्म लिया पूरा थाना शंख की आवाज से गूंज गया।
जन्म लेते कान्हा को सिर पर उठाकर लॉकअप से निकले वासुदेव...
कोतवाली थाने के लॉकअप में जैसे ही भगवान श्रीकृष्ण का जन्म हुआ, तुरंत वासुदेव वहां पहुंच गए. फूलों से सजी-धजी टोकरी में भगवान श्रीकृष्ण को रखा. उसके बाद उस टोकरी को सिर पर उठाकर लॉकअप के अंदर से बाहर निकल पड़े. इस दौरान खाकी वर्दीधारी प्रहरी बिल्कुल उसी तरह सोते नजर आए जैसे द्वापर में श्रीकृष्ण के जन्म के समय प्रहरी सो रहे थे. इस मौके पर कोतवाली थाने के प्रभारी मोहसिन खान समेत बड़ी तादाद में थाने के पुलिसकर्मी भी मौजूद रहे.