रायपुर: महापर्व छठ को लेकर बिहार समेत उत्तर भारत में उत्साह का माहौल है. चार दिवसीय पर्व का आज दूसरा दिन है. दूसरे दिन को खरना व्रत के नाम से जाना जाता है. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भी प्रदेशवासियों को छठ की बधाईयां दी हैं. साथ ही प्रदेशवासियों से कोरोना प्रोटोकॉल और भारत सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए त्योहार मनाने की अपील की है.
छत्तीसगढ़ शासन के सामान्य प्रशासन विभाग ने कंटेनमेंट जोन के बाहर के क्षेत्र में धार्मिक और अन्य कार्यक्रम के आयोजन के लिए SOP (मानक संचालन प्रकिया) जारी की है. मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहार मनाते समय भीड़-भाड़ से बचने की कोशिश की जाए. पूजा के दौरान अनावश्यक भीड़ एकत्रित नहीं होने देने की जिम्मेदारी आयोजन समितियों की होगी.
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छठ पूजा के लिए जारी गाइडलाइन
- पूजा स्थलों पर केवल पूजा करने वाले व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे.
- छठ पूजा स्थलों पर मास्क लगाना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य.
- समय-समय पर सैनिटाइजर का उपयोग करना अनिवार्य.
- पूजा में किसी तरह के जुलूस, सभा, रैली, सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जा सकेगा.
- छठ पूजा स्थलों में पान, गुटखा खाकर थूकना प्रतिबंधित रहेगा.
- छठ पूजा के दौरान सुबह 6 बजे से 8 बजे तक हरित (ग्रीन) पटाखे फोड़ने की अनुमति रहेगी.
- छठ पूजा स्थल पर बाजार, मेला, दुकान लगाने की अनुमति नहीं है.
- छठ पूजा स्थलों में ध्वनि विस्तारक यत्रों के उपयोग करने की अनुमति नहीं है.
- छठ पूजा स्थलों में छोटे बच्चों और बुजुर्ग को जाने की अनुमति नहीं होगी.
- नदी, तालाब के गहरे पानी में जा कर पूजा करने की अनुमति नहीं होगी.
गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर होगी कार्रवाई
प्रशासन ने पूजा के दौरान गाइडलाइन का कड़ाई से पालन करने के निर्देश लोगों और आयोजकों को दिए हैं. निर्देशों का उल्लंघन करने पर आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. छत्तीसगढ़ में पिछले एक सप्ताह से कोरोना वायरस की रफ्तार धीमी हो गई थी, लेकिन त्योहारों के बाद अब फिर से कोरोना का संक्रमण बेकाबू हो गया है. छत्तीसगढ़ में बुधवार को 2 हजार 48 नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान की गई है. वहीं 1 हजार 402 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है.