रायपुर : वित्त और ऊर्जा सचिव, छत्तीसगढ़ स्टेट पावर कंपनी के चेयरमैन आईएएस अंकित आनंद की फोटो का गलत इस्तेमाल हो रहा है. अज्ञात व्यक्ति ने सोशल मीडिया में अंकित आनंद की प्रोफाइल बनाकर उनसे संबंधित लोगों को फर्जी मैसेज भेजे और पैसों की डिमांड की है. +9715655599874 नंबर से आआईएएस अंकित आनंद के सभी संपर्क में रहने वाले लोगों को फर्जी मैसेज भेजो जा रहे हैं. इसकी शिकायत बिजली विभाग के सभी ग्रुप में की गई है. वहीं लोगों को जागरूक भी किया गया है. ग्रुप में जागरूक करने के लिए मैसेज भेजकर कहा गया है कि मोबाइल नंबर से लोगों को भेजे जा रहे मैसेज फर्जी हैं. इस नंबर और अन्य किसी भी नंबर से मैसेज प्राप्त हो तो उसमें प्रतिक्रिया ना दें. ऐसे फर्जी व्यक्तियों से सावधान रहे धोखाधड़ी हो सकती है. इस संबंध में पुलिस को भी समुचित कार्यवाई करने के लिए सूचित किया गया है.
अफसर की फोटो का गलत इस्तेमाल : घटना के संबंध में एएसपी अभिषेक माहेश्वरी ने कहा कि "मौखिक शिकायत के अलावा लिखित शिकायत भी मिली है. जो शिकायत मिली है उसके आधार पर हम आगे की जांच कर रहे हैं. पीड़ित का फोटो लगाकर आरोपी ने अपने मोबाइल के व्हाट्सएप में प्रोफाइल में फोटो लगाया और उनके परिचित के सभी व्यक्तियों को मैसेज भेजा है. जो नंबर है वह बाहर का है +97 का कोड इस्तेमाल करके डीपी लगा कर उनके परिचितों को मैसेज भेजा है। आप लोगों के माध्यम से मैं जनता को बताना चाहूंगा कि यदि किसी भी परिचित का फोटो लगाकर अननोन नंबर से कोई मैसेज आए तो उस पर रिस्पांस ना करें जब तक श्योर ना हो जाए. लोगों ने जब मैसेज पर रिस्पांस करना बंद कर दिया तो अपराधी द्वारा उन्हें व्हाट्सएप कॉल भी किया गया. इस पर लगातार जांच में जुटे हुए हैं."
Raipur : आईएएस अफसर अंकित आनंद के नाम पर ठगी, साइबर ठग ने फोटो का किया इस्तेमाल
छत्तीसगढ़ में सायबर ठग कितने सक्रिय है इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आम आदमी तो छोड़िए अब अफसरों की तस्वीर लगाकर लोगों से पैसे मांगे जा रहे हैं. ताजा मामला आईएएस अंकित आनंद का है,जिनकी तस्वीर लगाकर सोशल मीडिया में पैसों की मांग की गई है.
आईएएस अफसर अंकित आनंद के नाम पर ठगी
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सायबर ठगों का बढ़ रहा है जाल :आपको बता दें कि सायबर ठग हर दिन लोगों को ठगने के लिए नए तरीके निकालते हैं.रायपुर में सायबर अपराध से निपटने के लिए विभाग ने अलग टीम भी बना दी है.बावजूद इसके बिना किसी खौफ के सायबर अपराधी लोगों को चूना लगा रहे हैं.हालात ये हैं कि आम आदमी के साथ-साथ अधिकारियों के नाम का भी सहारा लिया जा रहा है.