Chhattisgarh BJP In Action: बीजेपी सरकार आते ही छत्तीसगढ़ में बुलडोजर पर राजनीति
Chhattisgarh BJP in action: छत्तीसगढ़ में बीजेपी सरकार के गठन से पहले ही अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाया जा रहा है. इस कार्रवाई को कांग्रेस ने बीजेपी की साजिश बताया है. वहीं, पॉलिटिकल एक्सपर्ट ने इस पर अपनी अलग राय दी है.
बीजेपी सरकार आते ही छत्तीसगढ़ में बुलडोजर पर राजनीति
रायपुर: छत्तीसगढ़ में जीत के बाद ही बीजेपी एक्शन मोड में आ गई है. छत्तीसगढ़ में भाजपा यूपी की तर्ज पर बुलडोजर पॉलिटिक्स शुरू कर दी है. भाजपा की सत्ता में वापसी के बाद जगह-जगह अवैध निर्माण तोड़े जा रहे हैं. चौक चौराहा पर लगाए गए स्टालों को भी हटाया जा रहा है. यहां इस कार्रवाई को कांग्रेस गरीब और मजदूरों के खिलाफ बता रही है. दूसरी ओर बुलडोजर चलाने के लिए अधिकारियों को निर्देश देने की बात से भाजपा ने साफ इनकार कर दिया है. वहीं पॉलिटिकल एक्सपर्ट प्रशासन की इस कार्रवाई को अच्छा बता रहे हैं.
हमारी मंशा के अनुरूप प्रशासन कर रही कार्रवाई:प्रदेश में लगातार बुलडोजर कार्रवाई को लेकर रमन सिंह ने कहा कि, "जिस प्रकार अवैध रूप से छत्तीसगढ़ में अवैध कब्जे थे, प्रशासन समझ गई है कि आने वाली सरकार इस प्रकार के अवैध कब्जे और धंधे को बर्दाश्त नहीं करेगी. इसलिए सरकार बदलते ही अपना रवैया भी बदलने जा रही है. यह अच्छी बात है. अभी सरकार नहीं बनी है इसलिए कोई आदेश देने का सवाल ही पैदा नहीं होता."
बुलडोजर पर कांग्रेस का आरोप: इस बारे में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का सीधा आरोप है कि, "भाजपा के नेताओं के कहने पर बुलडोजर की कार्रवाई की जा रही है. भारतीय जनता पार्टी शुरू से कह रही थी हम बुलडोजर चलाएंगे. छत्तीसगढ़ में गरीब भी हैं. मजदूर भी हैं, उनकी स्थिति और उनके कार्य की स्थिति को समझना चाहिए. सरकार में आए हैं लेकिन सरकार का गठन हुआ नहीं है और ये बुलडोजर चला दिए. मुझे लगता है यह अहंकार और घमंड सरकार में खत्म नहीं हुआ है. भाजपा नेताओं के आदेश से ये हो रहा है."
क्या कहते हैं पॉलिटिकल एक्सपर्ट:इस पूरे मामले में पॉलिटिकल एक्सपर्ट उचित शर्मा भी प्रशासन की इस कार्रवाई को उचित ठहरा रहे हैं. उन्होंने कहा है कि, "जिस तरीके से बुलडोजर पॉलिटिक्स के रास्ते से भाजपा उतरी है, नो डाउट अगले 5 साल छत्तीसगढ़ में अलग पॉलिटिक्स देखने को मिलेगी. कहीं ना कहीं यूपी की तर्ज पर यहां भी सरकार कार्रवाई करेगी. फिलहाल जो रायपुर में हो रहा है वो बिना किसी ऑर्डर, बिना किसी सरकार के बने जो हो रहा है. वह अच्छा हो रहा है. शासन, प्रशासन, अनुशासन सभी के लिए बराबर होने चाहिए. लेकिन जन प्रतिनिधि के दबाव में सरकारी अमला यह कर नहीं पा रहा था. इस तरीके से अवैध कब्जे, सड़क के किनारे व्यापारियों का कब्जा, शहरों में दुकानों की टाइमिंग को लेकर जो समस्या थी वो खत्म होती दिख रही है. निश्चित तौर पर जो कार्रवाई हो रही है, वह अच्छी है. सभी लोग इसकी तारीफ भी कर रहे हैं. शहर की जनता इससे खुश है. लॉ एंड ऑर्डर पर किसी तरह का जनप्रतिनिधियों का दबाव नहीं होना चाहिए."
बता दें कि छत्तीसगढ़ में अभी ना तो मुख्यमंत्री बने हैं ना ही मंत्री, बावजूद इसके प्रशासन एक्टिव मूड में है. लगातार रायपुर सहित कई अन्य जिलों में अवैध निर्माण के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की जा रही है. रायपुर के डेंटल कॉलेज और मेकाहारा के आसपास अवैध रूप से चल रही दुकानों को हटाया गया है. वीआईपी रोड पर भी बनी कई दुकानों को बुलडोजर से गिराया गया है. इसके अलावा संजय नगर में भी 12 दुकानें तोड़ी गई है. सभी जोनों में तोड़फोड़ कार्रवाई तेज हो गई है. बुलडोजर की कार्रवाई से चारों तरफ हड़कंप मचा हुआ है.