रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर समेत अन्य जिलों में कोरोना मरीजों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए रायपुर में 9 अप्रैल को लॉकडाउन लगाया गया था. जो 31 मई तक जारी रहेगा. राजधानी में कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत के बाद अंतिम संस्कार के लिए जगह कम पड़ रही थी. जिसके कारण शहर में 18 जगहों पर कोरोना संक्रमित मरीजों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई. हालांकि रायपुर में कोरोना से मौत का आंकड़ा अब कम हुआ है.
राजधानी रायपुर में दो इलेक्ट्रिक और एक गैस चलित शवदाह गृह है. जहां पर कोरोना से मौत होने वाले मरीजों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. इसके साथ ही कई जगहों पर सामान्य अंतिम संस्कार भी हो रहा है. राजधानी में देवेंद्र नगर मुक्तिधाम में इलेक्ट्रिक से चलने वाला एक शवदाह गृह है. जो पिछले कुछ समय से खराब पड़ा हुआ है. ऐसे में यहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों का अंतिम संस्कार सामान्य अंतिम संस्कार की तरह लकड़ी से किया जा रहा है. मारवाड़ी श्मशान घाट में एक इलेक्ट्रिक और दूसरा गैस चलित शवदाह गृह है. जहां पर कोरोना संक्रमित मरीज की मौत होने पर उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है.
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अप्रैल के मुकाबले अंतिम संस्कार में आई कमी
नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता की कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार कैसे किया जाए. यह सामान्य रूप से होने वाले अंतिम संस्कार की तरह है. अप्रैल में राजधानी रायपुर में 1 दिन में 100 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा था. अब धीरे-धीरे हालात सामान्य होने के बाद इनकी संख्या में कमी आई है. अब यह संख्या घटकर लगभग 20 के आसपास पहुंच गई है.
मारवाड़ी श्मशान घाट में दिन में 2 से 3 अंतिम संस्कार