रायपुर: छत्तीसगढ़ राइस मिलर्स एसोसिएशन के आयोजित कार्यक्रम में खाद्य व नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री अमरजीत भगत शामिल हुए. भगत ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राइस मिलर्स को प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण धुरी बताया है.
कार्यक्रम रायपुर के सिविल लाइन स्थित नवीन विश्राम भवन में आयोजित की गई थी. कार्यक्रम में एसोसिएशन के पदाधिकारियों की कस्टम मिलिंग, परिवहन, हमाली, संग्रहण केन्द्रों की संख्या बढ़ाने सहित विभिन्न समस्याओं के निराकरण की मांग पर भगत ने एसोसिएशन की मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने का आश्वासन दिया.
अमरजीत भगत ने कही ये बातें
⦁ राइस मिलर्स राज्य सरकार के साथ-साथ प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण धुरी की तरह हैं, जो आम नागरिकों, किसानों और व्यापारियों सहित विकास में सहभागी होते हैं.
⦁ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में राज्य के किसानों को ऋण-मुक्त करने और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए किसानों के धान को 2500 रूपए प्रति क्विंटल की मांग से खरीदा जा रहा है.
⦁ किसानों के अल्पकालीन कृषि ऋण को माफ किया गया है. परिणाम स्वरूप देश में मंदी की हालात के बावजूद भी छत्तीसगढ़ में इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा है.
⦁ प्रदेश में चाहे वह कृषि बाजार हो, कपड़ा बाजार हो, ज्वैलरी बाजार हो या आटोमोबाइल क्षेत्र हो. इन सभी क्षेत्रों में बेहतर ग्रोथ हुआ है.
यह बड़ी घोषणाएं भी की
⦁ अरवा राइस मिलर्स जो 2 माह से कम चावल कस्टम मिलिंग किया हो, उन्हें मार्कफेड द्वारा पुनः परीक्षण कर प्रोत्साहन राशि प्रदान करने के लिए मार्कफेड को निर्देशित करने की घोषणा की.
⦁ वित्तीय वर्ष 2018-19 में राईस मिलर्स पर गुण-दोष के आधार पर ही पेनाल्टी लगायी जाने और अनुबंध अवधि बढ़ाने के लिए मार्कफेड को निर्देशित किए जाने की भी घोषणा की.