रायगढ़: जिले में खरीफ वर्ष 2020-21 के लिए सितंबर महीने से गिरदावरी रिपोर्ट तैयार की जा रही है. अधिकारियों की जांच के बावजूद इस काम में खामियां सामने आ रही है. काम में ज्यादातर गलतियां कंप्यूटर से एंट्री में हुई है. इसकी जांच के लिए 70 से ज्यादा कर्मचारियों और आधिकारियों को नियुक्त किया गया है. कंप्यूटर एंट्री में सुधार भी की जा रही है. लगातार इलाके के ग्राम पंचायत के ग्रामीण गिरदावरी रिपोर्ट पर दावा आपत्ति दाखिल कर रहे हैं.
पिछले साल 2019 में 1 लाख 54 हजार हेक्टेयर रकबा का पंजीयन हुआ था. इस बार यह आंकड़ा बढ़ गया है. गिरदावरी रिपोर्ट की शुरुआती जांच में ही इस बात को गौर किया गया है. इससे प्रशासन की चिंता भी बढ़ गई है. इस साल प्रदेश सरकार ने गिरदावरी रिपोर्ट को अनिवार्य कर दिया है.
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