रायगढ़: कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने लॉकडाउन की अवधि को 3 मई तक बढ़ा दिया है. सरकार ने जो जहां है, उनसे वहीं रहने की अपील की है.
ओडिशा से 120 किलोमीटर पैदल चलकर रायगढ़ पहुंचे मजदूर हालांकि इस अपील के बावजूद मजदूर पैदल ही अपने घर के लिए निकल पड़े हैं. लाखों मजदूरों को अपनी रोजी-रोटी और उनसे दूर अपने परिवारजनों की चिंता सैकड़ों किलोमीटर पैदल चलने को ही मजबूर कर रही है.
मजदूरों से जानकारी लेते पुलिस ऐसा ही मामला सामने आया रायगढ़ में. यहां 8 मजदूर पैदल 120 किलोमीटर चलकर रायगढ़ पहुंचे. इसकी सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और चक्रधरनगर पुलिस ने उदारता दिखाते हुए सभी मजदूरों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था करवाई. साथ ही उनका चेकअप करवाकर मजदूरों को उनके गृहग्राम भिजवाया गया.
जानकारी के मुताबिक, ओडिशा के बरगढ़ में मजदूरी कर रहे बहमा लैलूंगा के रहवासी लॉकडाउन में पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इंतजाम नहीं हो पाने से अपनों के पास जाने के लिए पैदल ही निकल पड़े. जिन्हें थाना चक्रधरनगर के टीवी टॉवर चेक प्वाइंट पर रक्षित केंद्र रायगढ़ के आरक्षक रूपेंद्र जायसवाल और वीरेंद्र तिर्की ने आते हुए रोका. 8 लोगों के समूह को देखकर उनके पलायन की आशंका देखकर उनसे पूछताछ की गई.
28 दिनों तक घरों में रहने की हिदायत
पूछताछ में मजदूरों ने बताया कि वे बरगढ़ ओडिशा के आगे करीब 120 किलोमीटर पैदल चलकर आ रहे हैं. पूछताछ में पता चला कि वे पैदल ही अपने गांव बहमा लैलूंगा जा रहे हैं, जो करीब 85 किलोमीटर और आगे है. पुलिस ने सभी मजदूरों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया, जिसमें वे संक्रमित नहीं मिले, जिसके बाद उन्हें स्थानीय प्रशासन की मदद से उनके गांव तक पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था करवाई गई. साथ ही 28 दिनों तक घरों में रहने की हिदायत दी गई.