नारायणपुर: राज्य के धुर नक्सल प्रभावित जिला नारायणपुर के जिला अस्पताल में डॉक्टरों की टीम ने 7 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद एक बुजुर्ग महिला की जान बचाई है. महिला की आंत में गंभीर चोटें आई थी, जिसका डॉक्टर आदित्य केकती ने सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया है. यह पहली बार है जब जिला अस्पताल नारायणपुर में इतने लंबे समय तक ऑपरेशन किया गया हो, जिसमें डॉक्टरों की टीम को सफलता मिली है.
शुक्रवार की रात जिला मुख्यालय से लगे गांव में एक बुजुर्ग महिला को चाकू लगने के कारण गंभीर चोटें आई थी. इस घटना में महिला के पेट की नसें भी बाहर आ गई थी. घायल महिला को 108 के माध्यम से जिला अस्पताल लाया गया. इसकी सूचना मिलते ही डॉक्टर आदित्य फौरन अस्पताल पहुंचे और महिला की हालत को देख फौरन ऑपरेशन की सलाह दी और ऑपरेशन की तैयारियों में जुट गए.
सात घंटे के ऑपरेशन के बाद सफलता
डॉक्टर आदित्य ने बताया कि बुजुर्ग महिला के पेट में चाकू लगी थी, जिसके कारण उसके पेट में खून का जमाव हो गया था और उसकी अतड़ियों में भी गंभीर चोटें आई थी. इसके अलावा महिला के पैर की नसें भी कट गई थी. जिसका उनकी टीम ने कड़ी मेहनत से ऑपरेशन किया और 7 घंटों के ऑपरेशन के बाद सफलता हासिल की. उन्होंने बयाता कि कटी हुई नसों को सीमित साधनों में जोड़ा जाना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है. नसों के नहीं जोड़े जाने की स्थिति में मरीज के पैर को भी काटना पड़ सकता था या फिर मरीज को वैस्कुलर सर्जन (नसों के सर्जन ) के पास रायपुर भेजना पड़ सकता था.
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ऑपरेशन की सर्जिकल टीम में मुख्य रूप से डॉ.आदित्य केकती (जनरल सर्जन ), निश्चितना (एनेस्थीसिया) विशेषज्ञ, डॉ.महेश सूर्यवंशी, डॉ. किशोर साहू (आर्थोपेडिक सर्जन) और अन्य स्टाफ शामिल रहे.