महासमुंदःजिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के चलते इस वर्ष अक्षय तृतीया का पर्व फीका नजर आया. अक्षय तृतीया पर हर वर्ष की तरह इस बार गुड्डा-गुड़ियों की शादी की धूम देखने को नहीं मिली. अक्षय तृतीया को छत्तीसगढ़ में अक्ती के दिन के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन गांव-गांव और शहरों में बच्चे, बड़े ही धूमधाम के साथ गुड्डा-गुड़ियों की शादी रचाकर पर्व को मानते हैं. लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते ये खुशियां नहीं दिखी.
कोरोना गाइडलाइन के साथ मनाया गया पर्व
कोरोना महामारी के बीच कुछ एक ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों ने अपनी सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इस परंपरा को जरूर निभाया. रस्म निभाते हुए गुड्डा-गुड़ियों की शादी रचाई गई. पूरे विधि विधान के साथ पूजा अर्चना की गई. यहां पर बच्चों ने मास्क के साथ-साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया.