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कोरबा: अचानक हुई बारिश से धान को हुआ नुकसान

छत्तीसगढ़ में मौसम ने एक बार फिर करवट ली है. तेज बारिश के कारण धान खरीदी केंद्रों में रखा धान भीग गया है.

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Published : Feb 18, 2021, 2:56 PM IST

Updated : Feb 18, 2021, 4:30 PM IST

Paddy damage in rain
बारिश में भीगा धान

कोरबा: छत्तीसगढ़ में मौसम बदला है. प्रदेश में बीते दो दिनों से रुक-रुक कर हो बारिश ने ठंड बढ़ा दी है. साथ ही जिले के कई स्थानों में धीमे परिवहन की वजह से उपार्जन केंद्रों में खुले में रखा हजारों क्विंटल धान भीग रहा है

बारिश से भींगा धान

रामपुर विधानसभा क्षेत्र में भी अचानक हुई बारिश से भैंसाम धान खरीदी केंद्र में रखे धान को नुकसान पहुंचा है. संग्रहण केंद्र के प्रभारी तुलेश्वर कौशिक ने बताया कि आंधी-तूफान के कारण धान के ऊपर लगी तिरपाल उड़ गई. जिसकी वजह से ऊपर रखे धान के बोरे भीग गए. हालांकि बारिश से धान को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है.

बेमौसम बारिश से धान खराब होने की आशंका

तुलेश्वर कौशिक ने बताया कि धान को बारिश से बचाने के लिए पर्याप्त मात्रा में तिरपाल रखा गया है. उन्होंने बताया कि भैंसाम संग्रहण केंद्र में 3000 क्विंटल धान को सुरक्षित रखे जाने की व्यवस्था है, लेकिन ज्यादा धान होने की वजह से कर्मचारियों को दिक्कतें आ रही हैं. उन्होंने बताया कि केंद्र में अभी 10 हजार क्विंटल धान रखा हुआ है. रुक-रुक कर हो रही बारिश ने हमारी चिंता बढ़ा दी है. फिलहाल धान को तिरपाल से ढक कर रखा गया है.

कोरबा में धान खरीदी

इस साल समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के अंतिम दिन तक जिले में 13.52 लाख क्विंटल धान की खरीदी हुई है. बढ़िया बारिश और बेहतर उत्पादन से किसानों ने अनुमान लगाया था कि उन्हें इस वर्ष भी अच्छी कीमत मिलेगी, लेकिन रकबा कटौती से किसान पूरा धान बेचने में असफल रहे. सरकार ने 2500 रुपए में खरीदी का आश्वासन दिया था, वह भी पूरा नहीं किया गया. राजीव गांधी न्याय योजना के तहत खरीदी की राशि के चौथे किश्त का भुगतान अब भी बाकी है.

केंद्र के अनुसार नहीं हुई तिरपाल खरीदी

धान खरीदी के लिए किसानों के पंजीयन और रकबे की बढ़त हुई. खरीदी अधिक होने की जानकारी के बाद भी पर्याप्त कैप कव्हर की खरीदी नहीं की गई. पहले 42 उपार्जन केंद्र संख्या के अनुसार 430 तिरपाल की खरीदी की गई थी, जो कि अब बढ़कर 49 हो चुके हैं. खरीदी के बाद सात नए केंद्र में भी धान खरीदी की घोषणा कर दी गई. जिससे केंद्रों को पर्याप्त तिरपाल नहीं मिला. अतिरिक्त मांग किए जाने पर पुराने से ही काम चलाने के लिए कहा गया. खरीदी शुरू होने के तीन सप्ताह बाद दिसंबर में बारिश हुई थी, तब भी काफी मात्रा में धान भीगा था.

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फैक्ट फाइल

  • कुल धान खरीदी :13.53 क्विंटल
  • धान का उठाव शेष: 1.70 लाख क्विंटल
  • धान बेचने वाले कुल किसान: 29,950
  • धान उपार्जन केंद्र: 49
  • कुल सहकारी समिति: 43
  • धान खरीदी: 2,52,73,13,792 रुपए
Last Updated : Feb 18, 2021, 4:30 PM IST

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