कोरबा:कोविड-19 वैक्सीन, नल-जल योजना और अन्य कामों में लापरवाही के कारण कटघोर जनपद पंचायत एचएन खूंटेल को हटा दिया गया है. सीईओ अपनी कार्यशैली को लेकर हमेशा विवाद में चल रहे थे. इनके खिलाफ कई शिकायतें भी कलेक्टर को मिली थी. इसके बाद कलेक्टर ने मंगलवार को एचएन खूंटेल को हटा दिया. आदिवासी विकास के प्रभारी सहायक संचालक सुखसागर रात्रे (Sukhsagar Ratre) को कटघोर जनपद पंचायत का सीईओ बनाया गया है. खूंटेल को आगामी आदेश तक आदिवासी विकास विभाग (Tribal development department) में प्रभारी सहायक संचालक बनाया गया है.
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मिल रही थी लगातार शिकायतें
एचएन खूंटेल का विवादों से हमेशा नाता रहा है. इनका जनपद सदस्यों और सरपंच के आलावा सचिव से ताल मेल नहीं बैठ पा रहा था. इन्हें हटाने के लिए जनप्रतिनिधियों ने जनपद कार्यालय में ताला भी बंद किया था. लगातार शिकायत के बाद भी कटघोरा जनपद पंचायत में CEO का प्रभार दिया गया था. कलेक्टर और जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी को खूंटेल के खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही थी, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.
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दो साल पहले भी हो चुके हैं निलंबित
एचएन खूंटेल को दो साल पहले भी लापरवाही बरतने के कारण निलंबित किया गया था. उस समय कटघोरा ब्लॉक में नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना के कामों में लापरवाही के आरोप लगे थे. इसके बाद बिलासपुर कमिश्नर ने खूंटेल को निलंबित कर दिया था. साथ ही जनपद के उप अभियंता गजेन्द्र नाथ सिंह राठौर को तबादला होने पर नियम विरूद्ध कार्यमुक्त कर दिया था. इसे लापरवाही मानते हुए बिलासपुर कमिश्नर ने जनपद सीईओ को निलंबित कर दिया था.